
बीकानेर,जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम से 6 किमी दूर स्थित पर्यटल स्थल बैसरन घाटी में कल हुए आतंकवादी घटना जिसमें निर्दोष लोगों की हत्या पूर्णरूप से राष्ट्र विरोधी, मानव विरोधी व भारत के सिरमोर जम्मू-कश्मीर को लज्जित करने वाली घटना है के विरोध में बार एसोसिएशन, बीकानेर द्वारा जिला कलेक्टर, बीकानेर एवं पुलिस अधीक्षक,बीकानेर को ज्ञापन दिये। बार एसोसिएशन, बीकानेर के अध्यक्ष विवेक कुमार शर्मा ने बताया कि बैसरन की घाटी में हुए इस आतंकवादी घटना की बार एसोसिएशन, बीकानेर के प्रबुद्ध अभिभाषकगण घोर निन्दा करते हैं तथा इस घटना के पीड़ित, मृतकों व उनके परिवार के प्रति बार एसोसिएशन, बीकानेर अपनी संवेदना अभिव्यक्त करते हैं। साथ ही यह मांग करते है कि इस तरह की आतंकवादी व देश विरोधी घटना की पुनर्रावर्ति न हो इस संबंध में गाकूल कदम उठाकर पुख्ता इंतजाम किये जायें व जम्मू कश्मीर जो कि भारत का एक अभिन्न अंग है कि पूर्ण सुरक्षा की जाए तथा वहां के नागरिकों व पर्यटकों की जीवन को शांतिमय बनाने हेतु सुरक्षा एजेन्सी व सशस्त्र बल को आदेश निर्देश दिये जायें साथ ही जो इस आतंकवादी घटना से पीड़ित हुए हैं अथवा जिनकी हत्या हुई है के परिवारजन को उचित मुआवजा प्रदान किया जावे। जम्मू कश्मीर के साथ-साथ पूरे राष्ट्र में शांति सद्भाव कायम रखने हेतु धार्मिक कट्टरता पे लगाम लगाई जाने की व्यवस्था की जाए तथा दोषी लोगों के विरूद्ध सतहीरूप से अनुसंधान कर कठोर से कठोर दण्ड दिलाये जाने की कार्यवाही की जाए जिस बाबत् ये ज्ञापन दिये गये हैं। आगे सभापति कमलचन्द सिपाणी ने कहा कि ऐसे आतंकवादी हमले घोर निन्दनीय है तथा बार-बार होते इन आतंकवादी हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ऐसे हमलें रूकने चाहिए तथा पीड़ितों को न्याय शीघ्र ही न्याय मिलना चाहिए।
ज्ञापन देने में बार एसोसिएशन, बीकानेर के सचिव विजयपाल बिश्नोई, बार के बार कौंसिल सदस्य कुलदीप शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामरतन गोदारा, कोऑर्डिनेटर राजपाल सिंह राठौड़, उपाध्यक्ष रणजीत सिंह निर्वाण, कोषाध्यक्ष आशु प्रकाश पारीक, मुमताज अली भाटी, लालचन्द सुधार, तेजकरण राठौड़, हेमाराम जाखड़, ओम हर्ष, बजरंग छींपा, श्याम बाबू पंवार, गिरीराज सिंह भाटी, नवनीत नारायण व्यास, संदीप शर्मा, संजय रामावत, रणधीर सिंह राठौड़, भंवर विश्नोई, मनोज भादाणी, इन्द्रमादाणी, महावीर तंवर, संजय गौतम, राधेश्याम सेवग, धर्मेन्द्र वर्मा, राजेन्द्र किराडू, शैलेष गुप्ता, सुरेन्द्र सिंह, देवकिशन सुथार, श्रवण जनागल, गणेश आचार्य, रामकिशन गोदारा, मुजफ्फर अली, भंवर जनागल, घनश्याम जनागल, महावीर तंवर, मुराद अली भुट्टो नीतू जैन, प्रियंका सनाढ्य, कुलदीप कड़ेला, वर्षा खत्री, शांति शर्मा, तारा भाटी, ख्वाजा हसन कादरी, हिमांशु शर्मा, अशोक बोबरवाल, रामकिशन कड़वासरा, श्योपत गोदारा, हिम्मत सिंह, राधाकिशन स्वामी, ओमप्रकाश राजपुरोहित, हिमांशु पुरोहित, अश्लेष, विक्रम सिंह राठौड़, आदि अधिवक्तागण उपस्थित रहे।