बीकानेर। डेंगू के एक मच्छर ने पूरे सिस्टम की हवा निकाल रखी है। स्वास्थ्य सेवा और आमजन की हालत पतली कर दी है। मच्छर से स्वास्थ्य सेवाएं भले बेपटरी हो रही हो लेकिन बाजार को बुस्टर डोज जरूर दी है। मच्छरों को मारने वाले उत्पादों की बिक्री से बाजार में करोड़ों रुपए का टर्न ओवर होने लगा है।
गांवों में लोग अपना रहे घरेलू नुस्खे
गांवों में भी मच्छरों को मारने के उत्पाद मिल रहे हैं लेकिन आपूर्ति पूरी नहीं होने से लोग मच्छरों को खत्म करने के लिए घरेलू नुस्खे अपना रहे हैं। घरों में गोबर के उपले और नीम के पत्तों को जलाकर धुआं कर रहे हैं। रात को सोने से पहले कमरे में नीम के पत्तों से धुआं करने के एक-डेढ़ घंटे बाद कमरे में बैठते हैं। इतना ही नहीं घर की बाखळ व बरामदे में एक लोहे की परात व टप में गोबर के उपले, नीम के पत्ते, कपूर आदि जलाकर धुआं कर रहे हैं। ग्रामीण नंदकिशोर बताते हैं कि गोबर के ऊपले, नीम के पत्ते व कपूर जलाकर धुआं करने से वातावरण शुद्ध होने के साथ-साथ मच्छर भी खत्म होते हैं।
तीन गुना बढ़ गई बिक्री, शॉर्ट पडऩे लगा माल
अगस्त के बाद से जिले में मच्छरों को खत्म करने वाले साधनों व सामग्री की डिमांड बढ़ गई है। जनरल स्टोर पर बिक्री बढऩे से दाम बढ़ गए हैं। माल कम पडऩे लगा है। जनरल स्टोर के संचालक नकुल कच्छावा बताते हैं कि पहले ऑलआउट, मॉनटेन, हिट, अगरबती कोइल, स्प्रे, फास्ट कार्ड, रॉलऑन व ओडोमास की बिक्री चार से पांच गुना बढ़ गई है। सबसे ज्यादा ऑलआउट व फास्ट कार्ड की लोग डिमांड कर रहे हैं।
करोड़ों का हो रहा कारोबार
कल्पतरु जनरल होलसेल भंडार के संचालक लक्की बोथरा बताते हैं कि मच्छरों पर अंकुश लगाने वाले साधन- सामग्रियों की बिजली अगस्त तक एक-डेढ़ करोड़ की थी। सितंबर से इन साधन-सामग्रियों की बिक्री तीन गुना बढ़कर कारोबार तीन से चार करोड़ तक पहुंच गया है। इतना ही नहीं अब माल शॉर्ट पड़ रहा है। लोगों को कुछ चीजें मिल नहीं रही है। कंपनियों व फैक्ट्रियों में उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा रही है।