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बीकानेर,जिले में चल रही पहल का अब राज्य स्तर पर संचालन किया जाएगा। इस सम्बन्ध में प्रदेश के वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में घोषणा की गई है।  बजट भाषण के दौरान उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने ट्रक और बस चालकों सहित कामगार वर्ग के लोगों की आंखों की जांच कर निःशुल्क चश्मे उपलब्ध करवाने के लिए ‘मा-नेत्र वाउचर योजना’ लागू करने की घोषणा की है। इसके लिए 75 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान भी किया गया है।
 
बीकानेर जिले में भारी वाहन चालकों के नेत्र जांच के लिए अभियान पहले से ही चलाया जा रहा है। जिले के टोल प्लाजाओं पर अब तक ऐसे 18 शिविर लगाए जा चुके हैं। इस दौरान अब तक 1 हजार 651 वाहन चालकों के आंखों की जांच करते हुए 296 वाहन चालकों को निःशुल्क चश्मे दिए गए हैं। वहीं आंखों से संबंधित साधारण समस्या होने पर निःशुल्क दवाइयां भी दी गई हैं। गंभीर नेत्र दोष वाले चालकों को ऑपरेशन का सुझाव दिया गया है। 
जनवरी में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान 9 जनवरी को सालासर टोल प्लाजा, 14 को पारवा, 20 को लखासर और 28 जनवरी को नोखड़ा प्लाजा पर वाहन चालकों के लिए नेत्र जांच शिविर लगाए गए। इस दौरान 232 वाहन चालकों के नेत्रों की जांच करते हुए 60 को निःशुल्क चश्मे उपलब्ध करवाए गए। यह अभियान आगे भी लगातार चलता रहेगा।
 
कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान’ की दिशा में हुआ एडवांस कार्य
 
बजट में संभागीय मुख्यालयों के लिए ‘कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान’ बनाए जाने की घोषणा की गई है। कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान, किसी शहर के लिए यातायात की सुविधाओं को बेहतर बनाने की व्यापक योजना होती है। इसके ज़रिए, शहरी परिवहन प्रणाली को टिकाऊ बनाया जाता है। जिले में इस दिशा में भी एडवांस में कार्य किया जा रहा हैं। इसके लिए प्लान सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान द्वारा तैयार किया जा रहा है।

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