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बीकानेर,राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर एवं राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज) हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में देश भर के प्रसार शिक्षा में उच्च अध्ययनरत विद्यार्थियों हेतु “प्रसार शिक्षा में नई दक्षता, कैरियर के अवसर और अनुसंधान प्राथमिकताएं“ विषय पर पांच प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ। समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के सम्माननीय अतिथि महेश चन्द्रा, प्रधान वैज्ञानिक, आई.वी.आर.आई., बरेली ने कहा कि यह प्रसार शिक्षा क्षेत्र के विद्यार्थियों हेतु राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो कि विद्यार्थियों में विभिन्न अनुसंधान एवं प्रसार कौशल विकास करने हेतु आयोजित किया गया है। विद्यार्थियों में परस्पर समन्वय एवं रोजगार के नये अवसरों से अवगत करवाने हेतु यह एक सफल कार्यक्रम है। निदेशक मैनेज डॉ. सरवन राज ने कहा कि देश भर में 7 प्रशिक्षणों के माध्यम से 373 प्रसार शिक्षा अध्ययनरत विद्यार्थियों को यह प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें वेटरनरी विश्वविद्यालय के 80 प्रशिक्षार्थी शामिल है। उन्होंने सफल आयोजन हेतु विश्वविद्यालय को बधाई संदेश दिया। वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. हेमंत दाधीच ने कहा कि विश्व में कृषि एवं पशुपालन से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में 60 प्रतिशत रोजगार के अवसर प्रसार कौशल से संबंधित है। हमें वर्तमान समय की परिस्थिति एवं भविष्य की जरूरत एवं संभावनाओं के मद्देनजर विद्यार्थियों को विभिन्न सॉफ्ट एवं हार्ड कौशल विकसित करने की आवश्यकता है। पशुपालकों के हितार्थ एवं सामाजिक सरोकार के कार्यो हेतु प्रसार शिक्षा की भूमिका बहुत अहम है। प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. देवी सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजस्थान, बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित 7 विश्वविद्यालयों के कुल 80 विद्यार्थी प्रतिभागी है जिनमें 36 छात्राएं एवं 44 छात्र प्रतिभागी है। जिनकों देश के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक द्वारा प्रसार शिक्षा में विभिन्न आयामों पर अनुसंधान विश्लेषण, शोध विधियां, उद्यमिता विकास, ऑर्गेनिक खेती, जेंडर समानता, नीति निर्धारण, योजना निर्धारण, व्यक्तित्व विकास आदि विषयों को व्याख्यानों के साथ साथ प्रायोगिक, प्रदर्शन, समूह चर्चा आदि विधियों से समझाया जायेगा। कार्यक्रम के सह समन्वयक डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रशिक्षण सह समन्वयक डॉ. सुनील कुमार एवं डॉ. मैना कुमारी ने मंच संचालन किया। सुश्री राहिलिया एस ने प्रशिक्षण का फीडबैक प्रस्तुत किया। समापन सत्र के दौरान प्रशिक्षार्थियों को सर्टिफिकेट वितरति किये गये। समापन सत्र में विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर, शिक्षक एवं प्रतिभागी विद्यार्थी मौजूद रहे।