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बीकानेर,उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ निश्चय ने हमें जीवन में सही दिशा दिखाई’ यह बात बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. ओम कुवेरा ने प्रख्यात प्रौढ़ शिक्षाविद समाजसेवी और संस्थानिक व्यक्तित्व कीर्तिशेष अविनाश भार्गव के असामयिक निधन पर कही। डॉ. कुवेरा ने कहा कि हम उनके द्वारा छोड़ी गई अमूल्य धरोहर को हमेशा याद रखेंगे। उनका योगदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति की मानद सचिव श्रीमती सुशीला ओझा ने कहा कि अविनाश भार्गव के निधन से शैक्षिक एवं सामाजिक विकास के क्षेत्रा में अपूर्णीय क्षति हुई है।
जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के अध्यक्ष गिरिराज मोहता ने कहा कि अविनाश भार्गव के निधन से हम सभी गहरे शोक में डूब गए हैं। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा और उनका साथ हमेशा हमारे दिलों में रहेगा।
वरिष्ठ साहित्यकार, कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि अविनाश जी के कार्यों और विचारों ने हमें प्रेरित किया और हम हमेशा उनका आशीर्वाद महसूस करेंगे। उनके बिना यह दुनिया अधूरी सी महसूस होती है।
संस्थान के उपाध्यक्ष बृजरतन जोशी ने कहा कि अविनाश जी ने जीवनकाल में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न साक्षरता अभियानों जैसे संपूर्ण साक्षरता अभियान, लोक जुम्बिश परियोजना, साक्षर भारत अभियान, प्रौढ़ शिक्षा केंद्रों, बालिका शिक्षण शिविरों के संचालन के माध्यम से साक्षरता उन्नयन का प्रभावी काम हुआ।
संस्थान के निदेशक ओमप्रकाश सुथार ने कहा कि अविनाश जी जैसा कोई महान व्यक्ति इस संसार को छोड़कर चला जाता है, तो यह हम सभी के लिए एक गहरी शोक की घड़ी होती है। उनका योगदान, उनके विचार, और उनके कार्य हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहते हैं। कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि उनके निधन पर सच्ची श्रद्धांजलि यह नहीं हो सकती कि हम सिर्फ शोक मनाएं, बल्कि यह उस महान व्यक्तित्व के योगदान को मान्यता देने और उसे प्रेरणा के रूप में अपने जीवन में उतारने की एक सच्ची कोशिश होनी चाहिए।
इस मौके पर सहायक कार्यक्रम अधिकारी उमाशंकर आचार्य, तलत रियाज, लक्ष्मीनारायण चूरा, उषा मोहता,  मोहन आचार्य, विष्णु मारू, वहीदा खातून, सूरजमुखी खड़गावत, महेश खत्रा, सुमन शर्मा, भवानी सोलंकी, सुनील लहरी, पूजा कच्छावा, अनंतवीर जैन, मुकेश व्यास, संजू राठौड़, परवीन शर्मा, शकूर अहमद, विभा बंसल, सबीना, पुखराज कच्छावा, दीपाली धवन, विजय शर्मा, हरिनारायण चूरा, खुशबू सोलंकी, हरिया तंवर आदि ने श्रद्धाजंलि अर्पित की।

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