
बीकानेर,मारवाड़ी पुस्तकालय गुवाहाटी आसाम में साहित्य ,संस्कृति एवं कला के उद्गम ‘क़लम की खनक फाउंडेशन’ के तत्वावधान में मूवी राष्ट्रीय स्तरीय काव्य गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बीकानेर के वरिष्ठ साहित्यकार संस्कृतिकर्मी अब्दुल शकूर सिसोदिया उर्फ़ शकूर बीकाणवी को काव्य कनक साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप शकूर सिसोदिया को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं साहित्यिक पुस्तकें भेंट की गई।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गुवाहाटी से साहित्यकार ,अनुवादक दिनकर कुमार थे।
कार्यक्रम का आग़ाज़ दीप प्रज्वलन के साथ सरस्वती वंदना से हुआ ।
अतिथियों का स्वागत संस्था के कोषाध्यक्ष रौनक सेठिया ने असमिया फूलाम गामुच्छ से किया।
संस्था की अध्यक्ष ने संस्था का स्मृति चिन्ह एवं पुस्तक से मेहमानों का अभिवादन किया।
डॉ.कनक लता जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि साहित्य हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है ।कविता न केवल हमारी आत्मा को छूती है बल्कि हमें बदलने की प्रेरणा भी देती है।
मुख्य अतिथि अब्दुल शकूर सिसोदिया बीकाणवी ने अपना उद्बोधन का आग़ाज़ संस्कृत श्लोक से किया तथा सभी रचनाकारों से सहराना प्राप्त की।
कार्यक्रम के दौरान राजस्थानी संस्कृति की झलक मारवाड़ी काव्य पाठ में झलकी ।
पूरे कार्यक्रम का संचालन कारबी आंगलोंग से बिमला सिंह ने किया।
कार्यक्रम के दौरान हुई साहित्यिक
प्रश्नोत्तरी ने सभी क़लमकारों सहित दर्शकों को जोड़े रखा।अंत में
सभी कलमकारों को कलम की खनक फाउंडेशन की ओर से काव्य कनक साहित्य सम्मान’ प्रदान किया गया। सम्मान से अलंकृत सभी कलमकार गदगद हुए।
प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को पुस्तक भेट की गई। उपस्थित दर्शकों ने कार्यक्रम की भूरी -भूरी प्रशंसा की।
संस्था की ओर से धन्यवाद ज्ञापन हेमलता गोलछा ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु डॉ.कनक लता जैन ने संस्था के सदस्यों सहित सभी का आभार व्यक्त किया।