बीकानेर,जयपुर में हुई मीटिंग में शिक्षा सचिव कृष्ण कुनाल।राजस्थान के सरकारी स्कूलों में घटते नामांकन से चिंतित शिक्षा विभाग ने इस बार एक अप्रैल से ही एडमिशन शुरू करने का निर्णय किया है, हालांकि नया सेशन एक जुलाई से ही शुरू होगा। कोरोना के दौरान बढ़ी छात्र संख्या पिछले दो सालों में कम हो गई, ऐसे में शिक्षा विभाग इस संख्या में बढ़ोतरी करने में जुटा हुआ है। जयपुर में सोमवार को शिक्षा संकुल में हुई बैठक में इस मुद्दे पर गंभीरता से चिंतन हुआ।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने बताया- सभी सरकारी स्कूलों में आगामी एक अप्रैल से प्रवेशोत्सव शुरू करने के निर्देश दिए। इसका उद्देश्य नए छात्रों का स्वागत करना और स्कूलों में नामांकन बढ़ाना है। शिक्षा विभाग नए सत्र में होशियार और होनहार स्टूडेंट्स के स्कूल छोड़कर जाने के कारणों पर भी काम करेगा। कोशिश की जाएगी कि होनहार स्टूडेंट्स सरकारी स्कूल में रहकर ही पढ़ाई करें ताकि स्कूल का रिजल्ट बेहतर हो सके। शिक्षा सचिव ने सरकारी स्कूल के मेधावी छात्र व छात्राओं के लिए विशेष योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही ड्रॉपआउट कम करने की कोशिश होगी।
पिछले सत्र में घट गए थे स्टूडेंट्स
शिक्षा विभाग नए सत्र 2025-27 में नामांकन बढ़ाने पर जोर दे रहा है। इसके लिए अप्रैल में ही प्रवेशोत्सव शुरू किया जा रहा है। बीते दो सत्रों में देखें तो स्कूलों के नामांकन में भारी गिरावट हुई है। 2021-22 में जहां स्कूलों का नामांकन 98 लाख पहुंच गया था, वहीं 2023-24 में नामांकन करीब 81 लाख रह गया।
बच्चों का हेल्थ कार्ड होगा अपडेट
इस मीटिंग में शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने हेल्थ डिपार्टमेंट से नियमित हेल्थ रिपोर्ट का अपडेट लेने के निर्देश दिए। यह पहल छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी और सुधार के लिए है। हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोग्राम के तहत सरकारी स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
बैठक में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी ने भी विचार रखे। अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक डॉ. रौनक बैरागी और सचिव राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल मूलचंद वर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।