बीकानेर,जिला बाल संरक्षण इकाई एवं जिला बाल श्रमिक तथा बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की समीक्षा बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) रमेश देव ने बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए संबंधित अधिकारियों को सक्रिय होकर समन्वय से काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पुनर्वास गृह में निवासरत बच्चों के आधार कार्ड व अन्य प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए शीघ्र कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि पुनर्वास गृह में आश्रित बच्चों के आवश्यक दस्तावेज तैयार कर, शिक्षा से वंचित बच्चों को नए शैक्षणिक सत्र से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि बाल देखभाल गृहों में रह रहे बालकों की अच्छी तरह से काउंसलिंग की जाए, जिससे कि बच्चों को कम से कम समय में उनके घर फिर से भेजा जा सके।
एडीएम ने बाल श्रम और भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए गठित समिति के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कहा कि बाल श्रम की रोकथाम के लिए रोजगार प्रदाताओं से वचन पत्र भरवाए जाएं। साथ ही शहर के बाहरी क्षेत्रों में बाल श्रम रोकने हेतु निरीक्षण करने को कहा। उन्होंने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन,पुलिस चौकी एवं मुख्य बाजारों में बाल श्रम निषेध के पोस्टर चस्पा करने सहित चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के साइन बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने समिति के सभी सदस्यों को शहर के वांछित स्थानों पर नशाखोरी, बाल श्रम, बाल विवाह के विरुद्ध जागरूक करने के उद्देश्य से अभियान जारी रखने को कहा।
बैठक में संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप कुमार, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एड. जुगल किशोर व्यास, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मुरारी लाल मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।