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बीकानेर,जिसने कभी कॉलेज की दहलीज पर कदम नहीं रखा वह अब कॉलेज में पढ़ाने जायेगी।यह करिश्मा कर दिखाया पिंकी रांगेय धर्मपत्नी राजेश करोल ने।पिंकी रांगेय का जन्म झुंझुनूं जिले के एक छोटे से गांव बुहाना मे 13 नवम्बर 1982 को माता परमेश्वरी देवी व पिता ओमनारायण के घर हुआ। पिंकी रांगेय ने सीनियर तक की पढ़ाई अपने गांव की सरकारी स्कूल से प्रथम श्रेणी से पास की। सीनियर के तुरन्त बाद ही पिंकी रांगेय की शादी राजेश करोल पुत्र महीराम करोल निवासी सुलताना जिला झुंझुनूं हाल बीकानेर के साथ सन् 2001 में हो गई। शादी के बाद भी पिंकी रांगेय के मन में अध्ययन के प्रति काफी रूचि थी। पिंकी रांगेय ने अपना गृहस्थ जीवन निभाने-निभाते ही सन्‌ 2003 में प्राईवेट रह कर ही राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से स्नातक की उपाधि ली और प्राईवेट रहकर ही सन् 2005 में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर से स्नातकोत्तर (हिन्दी) की उपाधि ली। पिंकी रांगेय ने सन् 2009 व सन् 2015 में दो बार NET की परीक्षा U.G.C. दिल्ली से प्रथम श्रेणी में पास की। सन् 2013 में R.P.S.C. अजमेर से SET/SLET की परीक्षा पास की। सन् 2017 में R.P.S.C. अजमेर से पिंकी रांगेय का चयन व्याख्याता (हिन्दी) स्कूल शिक्षा के पद पर हो गया। पिछले आठ वर्ष से पिंकी रांगेय रा.उ. मा. विद्यालय बरजांगसर, श्रीडूंगरगढ जिला बीकानेर में व्याख्याता (हिन्दी) के पद पर अपनी सेवाएँ निष्ठापूर्वक दे रही है। राजकीय सेवा में रहते हुए ही अब R.P.S.C. अजमेर द्वारा आयोजित सन् 2023 की सहायक आचार्य (कॉलेज शिक्षा) की परीक्षा में पिंकी रांगेय का चयन सहायक आचार्य (हिन्दी) के पद पर हुआ है। इस उत्कर्ष उपलब्धि पर हम सभी पिंकी रांगेय के ससुराल पक्ष वाले व पीहर पक्ष वाले तथा सभी शुभचिंतक बहुत-बहुत बधाई देते हैं और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

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