बीकानेर,बेसिक पी.जी.महाविद्यालय, बीकानेर और महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 19 दिसम्बर 2024 वार-गुरुवार को प्रातः 9.00 बजे स्थानीय लक्ष्मी हैरिटेज में ‘नवाचार और साहसी: सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी परिप्रेक्ष्य’’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन सत्र आयोजित किया जाएगा। महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कॉन्फ्रेंस के संरक्षक रामजी व्यास ने बताया कि समाज, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं पर नवाचार और साहसिकता के महत्व को समझने और इस दिशा में वैश्विक विचार-विमर्श को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
कॉन्फ्रेंस के सह-संयोजक डॉ. रविन्द्र मंगल ने बताया कि दुनिया भर के विशेषज्ञ, शोधकर्ता, उद्योग नेता और नीति निर्माता एक मंच पर एकत्रित होंगे और नवाचार की भूमिका पर चर्चा करेंगे, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो सके। डॉ. मंगल ने कहा कि विशेष रूप से, यह आयोजन नई तकनीकों, व्यवसायिक मॉडलों और सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से साहसिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए विचारों का आदान-प्रदान करेगा।
महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कॉन्फ्रेंस के संरक्षक रामजी व्यास ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में जेठानन्दजी व्यास, विधायक, बीकानेर पश्चिम, विशिष्ट अतिथि के रूप में ज्ञान संप्रभूता केन्द्र के सचिव विनीत गोयनका, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार हरि सिंह मीना, बीकानेर एसपी काविन्द्र सागर, अमेरिका के ड्यूश बैंक के निदेशक पंकज ओझा उपस्थित रहेंगे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. मनोज जी दीक्षित करेंगे। इसके अलावा राजकीय एवं निजी, उद्योग, शैक्षिक जगत के सम्माननीय व्यंिक्तत्व और विभिन्न वैश्विक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करेंगे। डॉ. पुरोहित ने बताया कि हमारे समाज और अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं को एक नई दिशा देने के लिए यह कॉन्फ्रेंस अत्यधिक महत्वपूर्ण है और हम इस आयोजन से महत्वपूर्ण निष्कर्षों की उम्मीद करते हैं, जो न केवल आज की समस्याओं का समाधान देंगे, बल्कि भविष्य के लिए भी एक मजबूत आधार प्रदान करेंगे।
कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ. मुकेश ओझा ने बताया कि कार्यक्रम में प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों द्वारा संबोधन, पैनल चर्चाएँ और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें समाज में नवाचार के महत्व, नई आर्थिक नीतियों और तकनीकी विकास से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस में आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र के बीच समन्वय बनाने पर जोर दिया जाएगा, ताकि तकनीकी नवाचार और साहसिक विचारों से भविष्य की दिशा तय की जा सके।