बीकानेर,विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान के संरक्षक सुनील दत्त नागल ने मंगलवार को विज्ञप्ति में बताया कि आदमी का जूनून कहां से कहां तक ले सकता है ,यह मंगलवार शाम को हमें साक्षात देखने को मिला जब हम संगीत प्रेमी प्रेम सिरोही के बुलावे पर उनके घर जस्सूसर गेट स्थित पहुंचे जहां पर 1952 से लेकर अब तक के फिल्म संगीत के क्षेत्र में उनका नायाब संग्रह देखकर दांतों तले अंगुली दबाने को हम मजबूर हो गए,
उसके बाद हमारी संस्था द्वारा संग्रहित (चुड़ी बाजा) रिकॉर्ड प्लेयर का लोकार्पण किया। जिसमें भजन गायक कलाकार नारायण बिहाणी, कलाकार विजय सिंह बिदावत, संगीत प्रेमी अनिल पाहुजा, शांति देवी चौहान, सैय्यद अख्तर, के. कुमार .आहूजा, रामकिशोर यादव,
धर्मेन्द्र सिंह तंवर,गणपत सिंह तंवर, रौनक सिरोही सहित आदि मौजूद रहे। इस अवसर संगीत प्रेमी सुनील दत्त नागल ने कहा कि आज भी पचास वर्ष के ऊपर के लोग ( चुड़ी बाजा) से संगीत सुनने पसंद करते हैं, आज भी वे लोग एकांत में इसको बजाकर इसके संगीत का आनंद लेते हुए थिरकते हैं। भजन गायक कलाकार नारायण बिहाणी ने कहा कि बहुत से संगीत के शौकिनो के घरों में रिकॉर्ड प्लेयर उपलब्ध है जो कि पुराने गीतों एक संग्रह है। चुड़ी बाजा से संगीत से सुनने से एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है। पुराने गीत संगीत आज के समय के गीत संगीत से बहुत ही उम्दा प्रतीत होते हैं।