बीकानेर,जयपुर,डीआईजी और आईजी रैंक के लिए अनिवार्य ट्रेनिंग फेज -4 के लिए राजस्थान सरकार ने तीन आईपीएस अधिकारियों को चार सप्ताह राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद भेजा है। 4 नवम्बर से शुरू यह ट्रेनिंग 29 नवंबर तक संचालित होगी। इस ट्रेनिंग में पूरे देश से कुल 68 आईपीएस भाग ले रहे हैं। जिसमे 1996 से 2010 बैच के आईपीएस शामिल हैं। राजस्थान कैडर से तीन आईपीएस अधिकारी शरत कविराज,पंकज चौधरी व राहुल जैन शामिल हुए हैं।
ट्रेनिंग के दौरान आईपीएस अधिकारी अपने अनुभवों को भी साझा करते है। जिसमे कविराज ने राजस्थान में चल रही आईटी नवाचार के बारे में विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। पंकज ने आईपीएस प्रथम वरीयता लेने व इससे संबंधित विभिन्न पहलुओं पर बेहतरीन प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया जिसे समस्त अधिकारियों ने सराहा। ज्ञात हो पंकज चौधरी ऐसे अधिकारी हैं जो आईपीएस के तौर पर पाँचवी नौकरी कर रहे हैं। आईपीएस बनने के पहले 2 प्राइवेट जॉब के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार में बाँदा ज़िले में प्रस्थापित रहे। फिर भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में 7 वर्ष सेवा दी है।इस प्रकार पंकज चौधरी ने कुल 24 वर्ष की सेवा विभिन्न सर्विस के ज़रिए दी है। सूत्रों के अनुसार पंकज चौधरी के प्रमोशन का मैटर माननीय न्यायालय में गत एक वर्ष से विचाराधीन है। उम्मीद है न्यायालय के निर्णय के उपरांत चौधरी को डीआईजी का प्रमोशन व अन्य परिलाभ प्राप्त होंगे। इस कड़ी में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी की फेज -4 की ट्रेनिंग अनियार्य है।
आईपीएस चौधरी अभी कम्युनिटी पुलिसिंग में राजस्थान के नोडल अधिकारी है। इसके पूर्व बाँसवाड़ा,जैसलमेर व बूंदी ज़िलों के एसपी रहे और एक वर्ष दिल्ली डेपुटेशन पर रहे। किशनगढ़ ट्रेनिंग स्कूल में प्रथम प्रधानाचार्य के अलावा एससीआरबी में एसपी, एसडीआरएफ़ में कमांडेंट व कोटा, झालावाड, जयपुर आदि जगहों पर ट्रेनिंग के दौरान पदस्थापित रहे।चौधरी को विभिन्न विंग में बेहतरीन नवाचार के लिए 5 राष्ट्रीय अवार्ड मिले। हाल में 16 अक्तूबर को नई दिल्ली में आयोजित सीएसएसआर व ईएसजी समिट 2024 के डूइंग गुड फॉर भारत अवार्ड के तौर पर पूरे देश से चयनित 15 अवार्डी में पंकज चौधरी को राजस्थान में कम्युनिटी पुलिसिंग के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए होटल पुलमैन, नई दिल्ली में प्रदान किया गया जहां देश के कई मंत्री ,उद्योगपति व गणमान्य मौजूद रहे।