बीकानेर,बीकानेर के हदां थाना क्षेत्र निवासी से वाट्सएप कॉल पर 50 लाख की फिरौती मांगने वाले बदमाश को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान खिंदासर, हदां निवासी 19 वर्षीय सतपाल उर्फ सतु पुत्र बस्ती राम विश्नोई, खिंदासर निवासी 22 वर्षीय लालसिंह पुत्र मांगू सिंह राजपूत व खजोड़, हदां निवासी 22 वर्षीय विक्रम पुत्र करणाराम आचार्य के रूप में हुई है। आरोपी सतपाल आला दर्जे का बदमाश है। उसके खिलाफ पहले से कोलायत, कोटगेट, नयाशहर, महामंदिर जोधपुर व हदां थाने में सात मुकदमें दर्ज हैं। ये फायरिंग, मारपीट आदि के मुकदमें हैं। वहीं लालसिंह के खिलाफ मुक्ताप्रसाद नगर थाने व हदां थाने में कुल दो मुकदमें दर्ज हैं। विक्रम पहली बार पुलिस के राडार में आया है।
पुलिस के मुताबिक सतपाल पुणे में अपने दोस्तों के साथ एक किराए के फ्लैट में रह रहा था। वह कोई काम धंधा नहीं कर रहा था। उसने वहीं से हदां के खजोड़ गांव निवासी सरपंच प्रतिनिधि दुर्गाराम सुथार को वाट्सएप कॉल कर 50 लाख की फिरौती मांगी थी। आरोपी ने कई बार कॉल किए। कहा कि 24 घंटे में पचास लाख नहीं दिए तो पूरे परिवार सहित तुम्हें गोलियां मार देंगे। पुलिस के अनुसार आरोपी ने फायरिंग की पूरी तैयारी कर रखी थी।
सतपाल पुणे में बैठा बैठा सारा खेल रच रहा था। लालसिंह और विक्रम आचार्य हदां में ही थे। उनका काम ऐसे लोगों को चिन्हित करना था जिनके पास या परिवार में बहुत पैसा हो। यही दोनों फायरिंग के लिए भी रैकी करते।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सतपाल व लालसिंह ने जनवरी में भी रिश्तेदार के यहां फायरिंग की थी। अगर पुलिस इन्हें नहीं पकड़ती तो परिवादी पर फायरिंग करने की पूरी योजना थी।
पुलिस ने सतपाल की निशानदेही पर हदां में छुपाई हुई एक पिस्तौल भी बरामद की है। इस आपराधिक योजना में कुछ अन्य व्यक्तियों के शामिल होने की भी आशंका है। पुलिस शनिवार तक कुछ और खुलासे करेगी।
बता दें कि आरोपी ने परिवादी को 6 व 7 नवंबर को लगातार वाट्सएप कॉल कर धमकियां दी। जिसके बाद आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को ट्रेस कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। एडिशनल एसपी ग्रामीण कैलाश सांदू, सीओ कोलायत संग्राम सिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी ओमप्रकाश सुथार के नेतृत्व वाली टीम ने साइबर सैल एएसआई दीपक यादव के इनपुट पर आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया।पुलिस के मुताबिक इस सफलता में दीपक यादव व ओमप्रकाश सुथार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यादव ने वाट्सएप कॉल को ट्रेस आउट कर पुलिस को सतपाल तक पहुंचाया। वहीं थानाधिकारी ओमप्रकाश मय टीम ने पुणे में कड़ी मेहनत से आरोपी को धर दबोचा।
टीम में एएसआई नैनूसिंह, हैड कांस्टेबल प्रकाश, कांस्टेबल गणेश, मोडाराम, निर्मल, कुलदीप, राणाराम, दीपाराम व करणी शामिल थे।