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बीकानेर,बैंड बाजों की सुर लहरियों पर बजते सुरीले गीत ‘आए हम बाराती बरात लेकर, जाएंगे तूझे भी अपने साथ लेकर., आज मेरे यार की शादी है, आगे बाराती पीछे बैंड बाजा आए दुल्हे राजा गौरी खोल दरवाजा’ की धुन और नाचते-झूमते बाराती, फैंटे पहने, हाथ जोड़े, फूल मालाओं से स्वागत करते घराती, एक दूसरे से गले मिल बधाई और शुभकामना देते समाज के बंधुगण यह नजारा था मंगलवार को  श्री विश्वकर्मा सुथार समाज सामूहिक विवाह, समिति, बीकानेर के समाज मिलन एवं बारहवां आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन का, जो श्रीरामसर रोड स्थित  धरणीधर हैरिटेज, धरणीधर महादेव मंदिर पर आयोजित किया गया।

विवाह समिति के अध्यक्ष नवरतन धामू ने बताया कि समिति का यह सामूहिक विवाह के माध्यम से इस बार १३ जोड़े विवाह बंधन में बंधे। इसके साथ ही समिति का यह १३६ जोड़ों का विवाह बंधन में बंधवाने का कार्य पूर्ण हुआ। इस अवसर पर समिति की ओर से सुबह से लेकर शाम तक वैवाहिक कार्यक्रमों का आयोजन विधि-विधान से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह गणेश पूजन के साथ की गई। तत्पश्चात भूमि पूजन और होने वाले वर-वधु का परिचय करवाया गया। कार्यक्रम में समाज के गणमान्यजनों सहित करीब ४ हजार ५०० लोग सामूहिक विवाह एवं सम्मान समारोह के साक्षी बने।
श्याम सुदंर बरड़वा ने बताया कि इस बार समिति के निर्णय अनुसार संपूर्ण कार्यक्रम में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। साथ ही आयोजन में सभी समाज बंधुओ से अन्न की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए जूठन नहीं छोडऩे की अपील की गई। जिसका सकारात्मक परिणाम दिखाई दिया, सभी ने जरुरत के अनुसार ही भोजन लेकर ग्रहण किया।

यह बंधे विवाह बंधन में
कोषाध्यक्ष छगनलाल छडिय़ा ने बताया कि तुलसी जी एवं शालीग्राम जी सहित कुल १४ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इनमें मनीष नागल संग कंचन आसदेव, गोपाल भद्रेचा संग सन्नू जाम्भड़, त्रिलोक नागल संग सावित्रि जाम्भड़, चन्द्र प्रकाश बामणिया संग आरती जाम्भड़, पूनमचंद खाती संग पूजा करल, परमेश्वर मांडण संग प्रियंका बामणिया, भवानी नागल संग जया मोटियार, विनोद माण्डण संग प्रियंका मोटियार, पवन बामणिया संग कविता नागल, सुरजीत कुलरिया संग राधा भद्रेचा, गौरव आसदेव संग ममता जाम्भड़, प्रवीण माण्डण संग नम्रता डोयल, विक्रम माण्डण संग मोनिका कुलरिया शामिल हैं।
संस्थापक सदस्य कन्हैयालाल बरड़वा ने बताया कि कार्यक्रम  के मुख्य अतिथि स्व. देवाराम  कुलरिया (सीलवा) के पुत्र भूराराम, चीमाराम, दीपक, लालचन्द थे। वहीं विशिष्ट अतिथि गुंसाईसर के जगदीश प्रसाद धामू  सहित तुलसी विवाह के लाभार्थी श्रीमती गीतादेवी आसदेव धर्मपत्नी अर्जुनराम आसदेव सहित समाज के गणमान्यजनों ने वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान कर मंगलमय एवं सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर समिति की ओर से वर-वधु को गृहस्थ जीवन के लिए उपयोगी घरेलु सामान, जेवरात आदि भी प्रदान किए गए।श्याम सुंदर बरड़वा ने बताया कि सामूहिक विवाह में शामिल वर-वधु को समिति की ओर से २१ हजार रुपए राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप दिलवाएगी।

यह विशिष्ट अतिथि रहे मौजूद
रामगोपाल सुथार (श्रीडूंगरगढ़), भंवर , नरसी , पूनम  कुलरिया (सीलवा), कानाराम , शंकरलाल , धर्मचन्द  कुलरिया (सीलवा), बुलाकीराम जी चुयल (बीकानेर), रामप्रताप  आसदेव (बम्बलू), रामदेव  आसदेव (बम्बलू), चुन्नीलाल नागल (दुलचासर), रविन्द्र माकड़, विनोद  कुलरिया, जगदीश प्रसाद धामू (जयपुर), मांगीलाल धामू (नोखा), किशोरलाल बाबूलाल बुढड़ (चरकड़ा),हीरालाल  कुलरिया (बीकानेर), मूलचन्द बरड़वा (खजोड़ा), ईश्वरचन्द माकड़ (उदासर), हड़मान लेखराव (काकड़ा), ओमप्रकाश माण्डण (नोखा), मांगीलाल लेखराव (काकड़ा), अशोक नागल (गंगाशहर), श्याम नागल (दुलचासर), सुन्दरलाल माण्डण, भंवरलालजी माण्डण, भूराराम माण्डण (पांचू), डॉ. जितेन्द्र नागल, डॉ. जयकिशन चुयल, डॉ. नवनीत माकड़, एम पी शर्मा, सुगनाराम कुलरिया, तुलसीदेवी मोटियार, भंवरलाल  जांगिड़, सुशील कुमार (पार्षद), विरेन्द्र करल (पार्षद), कालूजी बरड़वा, पवन माकड़, विश्वकर्मा मित्र मंडल,  सूत्रधार जल सेवा समिति।

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