बीकानेर,ग्राम पंचायत दंतौर के एरिया में किसानों को सिंचाई के लिए तीन नहर बीएलडी, केएचएम और पीआरएम माइनर के चकों में खालों का पुन: निर्माण एवं कच्चे खाळों को पक्का निर्माण करवाकर किसानों को राहत दिलाने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता, कृषि उपज मण्डी समिति, खाजूवाला के पूर्व निदेशक रामेश्वरलाल बिश्नोई ने मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग, हनुमानगढ़ असिम मार्कण्डेय से मुलाकात कर ज्ञापन देकर की है।
रामेश्वरलाल बिश्नोई ने मुख्य अभियंता को बताया कि हमारी ग्राम पंचायत दंतोर के एरिया में बीएलडी नहर के १४ बीएलडी-ए, बी,१५ बीएलडी, १६ बीएलडी-ए व बी, १७ बीएलडी-ए व बी, १८ बीएलडी व बी, १९ और २० बीएलडी नहर के कुल ११ चक तथा केएचएम नहर के चक ४ , ५ , ६ , ७ , ८ , ९ , १०, ११,१२,१३ और १४ कुल ग्यारह चक और पीआरएम नहर के चक १,२,३,४,५,६,७ और ८ पीआरएम कुल ८ चक हैं। सभी चक ग्राम पंचायत दंतौर के दायरे में आते हैं। सभी चकों के खाळे पुन: निर्माण योग्य हैँ, सभी खाळे जर्जर एवं क्षतिग्रस्त हो चुके हैं एवं पूरी क्षमता के साथ पानी के प्रवाह को सहन करने में सक्षम नहीं है। इसलिए सभी खाळों को अविलम्ब पुन: निर्माण करवाया जाए। रामेश्वरलाल बिश्नोई ने मुख्य अभियंता मार्कण्डेय को बताया कि श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़ जो फस्र्ट फेज में आते हैं, वहां खाळों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। खाजूवाला, पूगल, दंतौर यह सैकण्ड फैज में आते हैं, जहां निर्माण कार्य ना होने से भेदभाव वाली स्थिति बनी हुई है। कच्चे खाळों के कारण किसानों का अधिकांश समय खाळे भराई में ही चला जाता है। इसके चलते सिंचाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। परिणामस्वरूप किसानों को खराब फसल का सामना कर हानि उठानी पड़ती है। वर्तमान में हालात और बुरे हैं। किसानों को नहर से पूर्ण पानी नहीं मिलने के कारण संकट का सामना करना पड़ रहा है। रामेश्वरलाल बिश्नोई ने असिम मार्कण्डेय से कहा कि दंतौर के सभी २९ चकों के लिए समितियां बनी हुई है। सभी समितियों के अध्यक्षों एवं सदस्यों से चर्चा कर अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं। साथ ही तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगवाकर ग्राम पंचायत दंतौर के समस्त चकों के खाळों का पुन: निर्माण करवाया जाए। मुख्य अभियंता ने रामेश्वरलाल बिश्नोई को मौका मुआयना कर जल्द सकारात्मक परिणाम देने का आश्वासन दिया है।