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बीकानेर/श्रीडूंगरगढ़। क्रिकेट सट्टा युवाओं को गर्त में डाल रहा है। क्रिकेट सट्टे में युवा अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं। जिले के श्रीडूंगरगढ़ में एक नया मामला सामने आया है। क्रिकेट सट्टे में मोटी रकम गंवाने के बाद युवक घर से भाग गया। परिजनों ने श्रीडूंगरगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस और परिजन युवक की तलाश कर रहे थे, इसी बीच युवक के सुजानगढ़ में होने की सूचना मिली। इस पर परिजनों के चेहरे खिल उठे वहीं पुलिस ने भी राहत महसूस की।

दो दिन से गायब
श्रीडूंगरगढ़ के मोमासर बास निवासी माणकचंद डागा ने श्रीडूंगरगढ़ थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा अतिश कुमार डागा १६ अक्टूबर की सुबह साढ़े दस बजे बाइक लेकर घर से निकल गया जो वापस नहीं आया। उसकी तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। बाद में थाने मेंं रिपोर्ट दी। वहीं श्रीडूंगरगढ़ सीआइ वेदपाल शिवराण ने बताया कि क्रिकेट सट्टे संबंधी परिजनों ने कुछ नहीं बताया है। युवक घर से गायब हुआ। गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने उसे बमुश्किल दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

हकीकत है यह
पिता माणकचंद के मुताबिक अतिश क्रिकेट सट्टा करता था। हाल ही में हुए आईपीएल क्रिकेट में अतिश मोटी रकम गंवा चुका था। उसे सटोरिए रुपयों के लिए तंग कर रहे थे, जिससे वह डर गया। सटोरियों का हिसाब चुकत नहीं कर पाने के कारण वह घर से भाग गया।

श्रीडूंगरगढ़ में क्रिकेट सट्टे की धूम
श्रीडूंगरगढ़ पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है जबकि कस्बे में क्रिकेट सट्टा व जुआ धड़ल्ले से चल रहा है। जुए व क्रिकेट सट्टे पर रोजाना लाखों के दावं लग रहे हैं। पुलिस आंखे मूंद कर बैठी है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। हालांकि पुलिस ने पिछले दिनों चले आईपीएल क्रिकेट सट्टे में महज एक कार्रवाई कर खानापूर्ति कर ली जबकि यहां कई सटोरियों ने अपने ठिकाने बना रखे हैं।

४९ घंटे बाद मिला युवक
लापता युवक आतिश ४९ घंटे बाद सुजानगढ़ में मिला। उसे परिजन श्रीडूंगरगढ़ लेकर आए। पिता माणकचंद ने बताया कि अतिश की लोकेशन माउंट आबू आई। इस पर श्रीडूंगरगढ़ थाने से दो सिपाही माउंड आबू गए। वहां पहुंची टीम पहुंची तब तक उसकी लोकेशन सीकर के रींगस आ गई। तब परिजन वहां गए। सोमवार दोपहर में युवक की लोकेशन सुजानगढ़ आई। तब परिजन सुजानगढ़ पहुंचे। वह वहां अपने किसी परिचित के यहां ठहरा हुआ था। परिजन उसे पकड़ कर श्रीडूंगरगढ़ ले गए।

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