बीकानेर,जिले के पांचू गांव के जवान रामस्वरूप कस्वां का मौत के पांच दिन बाद अंतिम संस्कार किया गया। जवान को शहीद का दर्जा दिलाने और अन्य मांग को लेकर चार दिन से चल रहा धरना रविवार को खत्म हो गया। प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर के लिए सहमति दे दी। इसके साथ ही परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और पत्नी को नौकरी दी जाएगी।
रामस्वरूप कस्वां की बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए सम्मान के साथ पांचू गांव रवाना किया गया। जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार में हुजूम सा उमड़ा। इस दौरान नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल नोखा विधायक सुशील डूडी, पूर्व मंत्री गोविंद राम, देहात कांग्रेस अध्यक्ष विशनाराम सियाग, शिवलाल गोदारा, सरपंच विजय पाल बेनीवाल, रामनिवास कूकना, हरिराम गोदारा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इससे पहले,रविवार सुबह जयपुर-बीकानेर विधायक सुशील डूडी, पूर्व मंत्री गोविंद राम, देहात कांग्रेस अध्यक्ष विशनाराम सियाग, शिवलाल गोदारा, सरपंच विजय पाल बेनीवाल, रामनिवास कूकना, हरिराम गोदारा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इससे पहले, रविवार सुबह *जयपुर-बीकानेर नेशनल हाईवे-11 खोल दिया गया था। बीकानेर के जवान रामस्वरूप कस्वां (24) की 25 सितंबर को अनंतनाग में गोली लगने से मौत हुई थी। प्रारंभिक तौर पर सामने आया था कि ऑन ड्यूटी फायरिंग के दौरान जान गई, जिसे बाद में सुसाइड बताया गया। शव मिलिट्री कैंट एरिया (बीकानेर) में स्थित सरकारी अस्पताल में ही रखा हुआ था। बेनीवाल रात 12 बजे तक धरना स्थल पर रहेइधर,शनिवार रात 12 बजे तक करीब एक हजार लोग धरना स्थल म्यूजियम सर्किल (NH-11) पर जुटे थे। धरने में पहुंचे नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि सारी मांगें सरकार के सामने रख दीं,अब तो लाठी-भाटा हो सकती है। बेनीवाल ने जवान के भाई श्रीराम कस्वां से बात की। रात 12 बजे तक बेनीवाल वहीं रहे।जवान रामस्वरूप कस्वां को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर शनिवार रात प्रदर्शनकारी म्यूजियम सर्किल पर रखे सेना के टैंक पर चढ़ गए थे।नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने 28 सितंबर को दो बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से बातचीत की। डेढ़ घंटे तक प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग भी हुई, लेकिन तब सहमति नहीं बन सकी थी। जवान को शहीद का दर्जा देने को लेकर इधर, म्यूजियम चौराहा पिछले तीन दिन से पूरी तरह बंद था। ऐसे में वाहनों की संख्या अन्य रास्तों पर बढ़ गई थी। अंबेडकर सर्किल पर दबाव बढ़ा हुआ था।
कलेक्टर-एसपी से परिवार से की बात जिला कलेक्टर नमृता वृष्णि और एसपी कावेंद्र सिंह सागर आज जवान रामस्वरूप कस्वां के गांव पांचू पहुंचे थे। इस बारे में एसपी सागर ने कहा कि परिवार के लोगों से मुलाकात की। इसके बाद परिजन की मांगों पर सहमति बनी।