बीकानेर, डेंगू के विरुद्ध जागरूकता अभियान ‘डेंगू मुक्त बीकाणा’ के तहत रविवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के घरों और आसपास के क्षेत्रों में एन्टी लार्वल गतिविधियां आयोजित की गई।
इस दौरान लोगों ने अपने कूलर, गमले, फ्रिज की ट्रे और छत पर रखे परिंडों सहित विभिन्न स्थानों पर ठहरे हुए पानी को जमीन पर गिराया। पानी की टंकियों में कच्चा तेल तथा नालियों में काला तेल डालकर मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के जतन किए।
जिला कलेक्टर नमित मेहता की पहल पर आयोजित दो दिवसीय सघन अभियान के तहत रविवार को शहरी क्षेत्र में जागरूकता के लिए गठित 80 टीमों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आमजन को डेंगू से होने वाले नुकसान और बचाव के बारे में जागरूक किया। रेंडमली विभिन्न घरों में एंटी लारवा गतिविधियां की। पशुओं के लिए बनाई गई खेलियों में कच्चा तेल तथा नालियों और ठहरे हुए पानी में काला तेल डाला। जिला प्रशासन द्वारा 50 सरकारी स्कूलों का चिन्हीकरण किया गया, जहां यह सुबह 9.30 बजे से एकत्रित होने लगी और फिर अपने-अपने निर्धारित क्षेत्रों में जागरूकता की कमान संभाल ली। इन टीमों में संबंधित बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, नगर निगम के स्वच्छता कर्मी, एनएसएस एनसीसी और स्काउट के प्रतिनिधि तथा अध्यापक शामिल थे। इनके द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता की सघन गतिविधियां की गई। आमजन को पंपलेट वितरित किए गए तथा दीवारों पर पोस्टर चस्पा किए गए। दूसरों को प्रेरित करने की शपथ ली गई। उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर की पहल पर डेंगू के विरुद्ध जागरूकता के उद्देश्य से दो दिवसीय अभियान चलाया गया। पहले दिन सभी सरकारी कार्यालयों में एंटी लार्वल गतिविधियां हुई। वहीं दूसरे दिन रविवार को इन टीमों ने घर-घर जाकर आमजन को जागरूक किया। जिला कलक्टर ने बताया कि जागरूकता की यह गतिविधियां अब प्रति सप्ताह आयोजित की जाएंगी। इनमें और अधिक गति लाते हुए विभिन्न माध्यमों से प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने के प्रयास होंगे।