बीकानेर,पांचू। बीकानेर जिले के पांचू ब्लॉक के लोगों ने जिला कलेक्टर से एक अनूठी गुहार लगाई है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों ने पांचू की रोही में हजारों की संख्या में खड़े खेजड़ी व अन्य पेड़ों की नंबरिंग करने की मांग की है। समाज सेवी दुर्गा शंकर गर्ग के नेतृत्व में मिले एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर से कहा कि पांचू क्षेत्र में एक सोलर कंपनी की ओर से सोलर का प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है। जिस जगह पर यह प्लांट लगेगा, वहां अभी वर्तमान में मौका मुआयना किया जाए और जिला प्रशासन इन सभी खेजड़ी के पेड़ों की गिनती करें और प्रत्येक पेड़ पर नंबरिंग करें, जिससे उनकी सुरक्षा की जा सके।
उल्लेखनीय की बीकानेर जिले में बड़ी संख्या में सोलर कंपनियां सोलर के प्लांट लगा रही है लेकिन सोलर के प्लांट लगाने के चक्कर में वहां खड़े खेजड़ी समेत तमाम तरह के पेड़ों को काट दिया जाता है और इस तरफ जिला प्रशासन का ध्यान बिल्कुल भी नहीं जाता। पर्यावरण संरक्षण और राज्य वृक्ष खेजड़ी को बचाने की मांग को लेकर बिश्नोई समाज की ओर से जयमलसर में भी पिछले 63 दिनों से धरना चल रहा है ,वही बीकानेर जिला कलेक्ट्री परिसर में भी पर्यावरण बचाओ संघर्ष समिति की ओर से पिछले 15 दिन से धरना दिया जा रहा है। इन सभी लोगों की एक ही मांग है कि खेजड़ी की कटाई रोकी जाए। सोलर कंपनियां अपने फायदे के चक्कर में बड़ी संख्या में खेजड़ियों को काट देती है और क्योंकि खेजड़ी राजस्थान का राज्य वृक्ष है ऐसे में इसकी सुरक्षा मुहैया करवाई जानी बहुत ही आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि नोखा विधानसभा के पांचू पंचायत समिति क्षेत्र में रेज पावर सोलर कंपनी का 30 मेगावाट का कार्य शुरू हो गया है। इसमें बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई होने की आंशका को देखते हुए पांचू के नागरिकों ने जिला कलक्टर से उक्त कंपनी को पाबंद करने का आग्रह किया। इन लोगों का कहना है कि वहाँ पर खड़े पेड़ों की सक्षम अधिकारी से नंबरिंग करवाकर उनकी सुरक्षा करवाई जावे तथा पूरे नोखा क्षेत्र में दर्जनों सोलर प्लान्ट में प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत कार्य शुरू हो रहा है, उन सभी प्लान्टों में खड़े हरे-भरे पेड़ों की सक्षम अधिकारी गिनती करवाकर नबरिंग करें।
पर्यावरण प्रेमियों की एक ही मांग है कि राजस्थान ट्री प्रोटेक्शन एक्ट बनाकर के इन पेड़ों की सुरक्षा की जाए।इस मौके पर दुर्गेश गर्ग, मंगनाराम केडली, जुगल हटीला, सुभाष भाम्भू, ब्रह्मप्रकाश बिश्नोई, लक्ष्मण खिलेरी, जेठू सियाग आदि मौजूद थे।