बीकानेर, फिजियोथेरेपी दिवस पर रविवार को सार्दुल कॉलोनी में मेडिसिन मार्केट के पास स्थित एडवांश फिजियो रीहब सेंटर में रोगी-चिकित्सक संवाद आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में रोगियों को निःशुल्क फिजियोथेरेपी का ईलाज कर परामर्श दिया गया। फिजियोथेरेपी ईलाज के संबंध में भ्रांतियों व शंकाओं को सेंटर की संचालक स्वर्णपदक प्राप्त फिजियोथेरेपिस्ट डॉ.श्वेता मोदी ने दूर कर फिजियोथेरेपी के ईलाज के फायदे बताएं।
मुख्य अतिथि बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.श्याम अग्रवाल थे। डॉ.अग्रवाल ने कहा कि फिजियोथेरेपी बच्चों के शारीरिक जीवन विकास में कारगर रहती है। इससे बच्चों में ताकत, लचीलापन, संतुलन और कौशल में सुधार होता हैं। फिजियोथेरपी से बच्चों का समग्र विकास होता है, जिससे वे दैनिक गतिविधियों व दिनचर्या को बेहतर बना सकते है। फिजियोथेरेपी से रैंगर चलने, बैठकर चलने, किसी चोट या आघात के बाद पुनर्वास से बच्चे सामान्य जीवन यापन कर सकते है।
डॉ.अग्रवाल ने कहा कि फिजियोथेरेपी मेडिकल साइंस का एक हिस्सा है। एक्सरसाइज, हड्डी व मासपेशियों के दर्द को दूर करने में, शारीरिक पुनर्वास के माध्यम से रोगी की गतिशीलता, कार्यक्षमता व स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। फिजियोथेरेपी चोट, बीमारी या विकलांगता से पीड़ित रोगियों के ईलाज मे भी कारगर रही है।
एडवांश फिजियो रीहब सेंटर की संचालक फिजियोथेरेपिस्ट डॉ.श्वेता मोदी ने बताया कि संवाद कार्यक्रम में मजबूती वाले व्यायाम, कोर मांसपेशियों (पेट और पीठ के नीचे हिस्से) को मजबूत करने वाले व्यायाम, योग और प्राणायाम, रीढ़ की हडड्ी की देखभाल का चिरोप्रैक्टिश चिकित्सा, गर्म और ठंड़ी थेरेपी, पोजिशन में सुधार व आहार सहित फिजियोंथेरेपी के माध्यम से शारीरिक, विशेषकर हडिड्यों की बीमारियों के इलाज के बारे में जानकारी दी।