बीकानेर,राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में शनिवार को प्राचार्य प्रोफेसर नंदिता सिंघवी के सेवानिवृत्ति के अवसर पर महाविद्यालय संकाय संकुल की ओर से सेवानिवृत्ति एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य नंदिता सिंघवी का श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर तथा शाॅल ओढाकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर सिंघवी के परिवार जन और मित्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
सेवानिवृत्ति के अवसर पर प्रोफेसर अभिलाषा आल्हा, प्रोफेसर इंदिरा गोस्वामी व प्रोफेसर अजंता गहलोत ने प्राचार्य के द्वारा संचालित महाविद्यालय की गतिविधियों का जिक्र करते हुए उनके किए गए कार्यों की सराहना की। सेवानिवृत्ति के अवसर पर प्रोफेसर उज्ज्वल गोस्वामी ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर नन्दिता सिंघवीं ने महाविद्यालय के विकास में सभी के सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया। प्रो. सिंघवी ने सेवानिवृत्ति के अवसर पर नवाचार प्रकोष्ठ को छात्राओं के नि:शुल्क प्रशिक्षण के लिये सिलाई मशीन भेंट की तथा कार्यक्रम के अन्त में संकाय संकुल की सचिव प्रोफेसर मोनिका क्षेत्रपाल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
सेवानिवृत्ति कार्यक्रम के उपरांत महाविद्यालय की वर्षपर्यंत चली गतिविधियों एवं छात्राओं की रचनात्मक शैली को प्रदर्शित करने वाली वार्षिक पत्रिका के 2022-24 हेतु संयुक्तांक *सुदर्शन* का विमोचन मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य प्रो.विजयश्री गुप्ता, सेवानिवृत्त आई.ए.एस श्री अजीत सिंह सिंघवी एवं प्राचार्य प्रो. नंदिता सिंघवी तथा संपादक मण्डल के सदस्यों के कर कमलों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. सिंघवी ने कहा कि यह संयुक्तांक छात्राओं एवं संकाय सदस्यों की रचनात्मक क्रियाशीलता के साथ महाविद्यालय की गतिविधियों का प्रतिबिम्ब है। प्रो. सिंघवी ने कहा कि महाविद्यालय की छात्राओं ने खेलकूद, एनसीसी, एन एस एस, रेंजरिंग आदि विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय का मान बढाया है। राष्ट्रीय स्तर पर अनेकानेक पदक प्राप्त किए हैं तथा विभिन्न स्थानों पर महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया है, ऐसे उत्कृष्ट महाविद्यालय की प्राचार्य होना एक गर्व की बात है।
इस अवसर पर प्रमुख संपादक प्रो. उज्जवल गोस्वामी ने बताया कि इस पत्रिका के प्रकाशन में संपादक मंडल के सभी साथियों डॉ विजयलक्ष्मी शर्मा, डॉ हिमांशु कांडपाल तथा श्री आशुतोष सोनी का अतुलनीय सहयोग प्राप्त हुआ जिसकी बदौलत यह संयुक्त अंक हम सभी के सम्मुख उपस्थित है। इस अंक में छात्राओं की रचनाएं श्रोताओं के मन और मस्तिष्क में अमिट छाप छोडेंगी। प्रो. गोस्वामी ने कहा कि इस संयुक्तांक को हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी एवं राजस्थानी खंड में विभाजित किया गया है, इन सभी खण्डों में छात्राओं की कविता, आलेख एवं चित्र आदि को सम्मिलित किया गया है। महाविद्यालय संकाय के सभी सदस्यों की छात्राओं के लिए प्रेरक रचनाओं को भी स्थान दिया गया है। प्रो. गोस्वामी ने रचनाओं के संकलन के लिए तथा संपादन में उनके संयोजन के लिए श्री आशुतोष सोनी का विशेष धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित आगंतुकों का एवं संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया।