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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान एवं के.आर इंन्टीरियर मुम्बई भायंदर के तत्वावधान में बालसंत छैल विहारी के द्वारा 7 राज्य में 7 चरण में 7 लाख पोध वितरण अभियान चलाया जा रहा है। पोध वितरण अभियान दल ऋषिकेश स्थिति अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक मंच गीता भवन पहुंचा। जहां पर गीता भवन के प्रबंध सेवा कार्य के धर्म परायण विद्वान गौरी शंकर माता ने बालसंत  छैल विहारी का एवं पर्यावरण दल के मनु किशन मांडण शिव आसदेव नितिन सुथार सीमा पुरोहित का गंगा मैया का दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात धर्म परायण विद्वान गौरी शंकर मोहता ने गंगा तट पर गंगा मैया की आरती के साथ हुए पर्यावरण सम्मान समारोह में उद्धबोधन देते हुए कहा। कि समस्त संसारी प्राणियों को सदेव पर्यावरण के प्रति समर्पित भावना से सेवा कार्य करना ही चाहिए। क्योंकि अगर संसारी प्राणियों को स्वस्थ एवं शुद्ध आक्सीजन के द्वारा जीवन जीना है। तो पर्यावरण संरक्षण के तहत पेड़ पौधे लगाना अनिवार्य है।। संसारी प्राणी इस प्रकार पेड़ पौधे लगाकर अगर पर्यावरण को संरक्षित करने का सेवा कार्य करता है,,तो एक तरह से पंच तत्वों की यह प्रत्यक्ष सेवा पूजा मानी गई है। क्योंकि प्रकृति ही साक्षात परमात्मा का ही स्वरुप है। अतः सभी संसारी प्राणी जीवन में पेड़ पौधे लगाने का सत्कर्म करते रहे। बालसंत छैल विहारी का पर्यावरण संरक्षण संवर्धन में 5 लाख पोध वितरण कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुए। उपरोक्त वर्ल्ड रिकॉर्ड्स हेतु पर्यावरण सम्मान हेतु बालसंत छैल बिहारी को धर्म परायण विद्वान गौरी शंकर मोहता द्वारा श्रीफल शाल गंगा मैया का दुपट्टा ओढ़ाकर बुक वर्ल्ड बुक ट्राफी प्रदान कर अभिनंदन सम्मान किया गया।। ओर 101 पेड़ पौधो हेतु  गोरी शंकर मोहता ने 12500 की राशि संस्थान को भेंट की गई।। मनु महाराज ने बताया कि भायंदर मुम्बई की प्रसिद्ध के.आर इंन्टीरियर की धापुदेवी रामप्रताप कुन्दन लक्ष्मण नवरत्न आसदेव परिवार के सहयोग से 1001 पोध वितरण किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत शमि वृक्ष ओर फुलों के पोधो का रोपण ओर वितरण गढ़वाल हरकी पोडी गंगा घाट हरिद्वार ऋषिकेश गीता भवन आदि अनेक सार्वजनिक धर्म स्थलों धर्मशाला आश्रमों में पोध वितरण करके पर्यावरण संवर्धन संरक्षण संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। बालसंत की सात लाख पोध वितरण अभियान में भामाशाह कानाराम शंकर धर्म कुलरिया भंवर नरसी पूनम कुलरिया नवरत्न कुलदीप धामू देवकिशन चांडक नंदकिशोर चांडक रामेश्वर गोड बजरंग चुयल ओमप्रकाश सुथार द्वारका प्रसाद लड्ढा आदि सेवा से जुड़े हे।

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