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बीकानेर,बीकानेर साहित्य-संस्कृति कला संगम एवं पार्थ दिवाकर म्यूजिकल ग्रुप, गंगा शहर की तरफ से देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कवि सम्मेलन एवं मुशाएरा सफलता के साथ सम्पन्न हुआ।
कला संगम के संस्थापक-अध्यक्ष वरिष्ठ शाइर कहानीकार क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि यौमे-आज़ादी की पूर्व संध्या पर पार्थ भवन, गोपेश्वर बस्ती, गंगाशहर में देशभक्ति रचनाओं पर केंद्रित कवि सम्मेलन एवं मुशाएरे में नगर के हिन्दी,उर्दू एवं राजस्थानी भाषा के कवियों शाइरों एवं कवयित्रियों ने देशभक्ति कविताओं की ख़ुशबू बिखेरी।
बीकानेरी ने बताया कि देश भक्ति कविताओं एवं शे’रो-शाइरी पर केंद्रित इस मुशाएरा की अध्यक्षता करते हुए नगर के वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा ने कहा कि देशभक्ति से ओतप्रोत,देश की आन बान,शान एवं शहीदों के सम्मान में कही गई कविताओं की गूंज अनुगूंज बनकर जनमानस में नव चेतना का संवाहक बनेगी। आपने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों पर इस तरह के आयोजनों की बहुत ज्यादा ज़रूरत है। इस अवसर पर आपने अपनी कविता-‘मिंदर उतारी आरती, मस्जिद पढी नमाज़/बीकाणै री इण धरा झिलमिल रैवे समाज’ की प्रस्तुति से क़ौमी एकता एवं देश भक्ति का जज़्बा प्रस्तुत किया।
कवि सम्मेलन एवं मुशाएरा के मुख्य अतिथि समाजसेवी कवि नेमचंद गहलोत ने ‘शुभ स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय त्योहार है’ रचना प्रस्तुत करके सभी आगंतुकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। जबकि विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ गायक कलाकार दिनेश दिवाकर ने कहा कि आज कवियों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति की रचनाएं सुनकर मन प्रसन्न हो गया। आपने कहा कि दोनों संस्थाएं भविष्य में भी इस तरह के और आयोजन करवाएंगी।
वरिष्ठ शायर कासिम बीकानेरी ने अपनी देशभक्ति कविता के ओजस्वी प्रस्तुतीकरण से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया -‘हमारे हौसले को देखकर दुश्मन हटे पीछे/दधीचि की तरह हम अस्थियों का वज्र लाएंगे।’
कवि सम्मेलन एवं मुशाएरा में शाइर वली मोहम्मद ग़ौरी, कवि राजाराम स्वर्णकार,, कवयित्री मोनिका गौड़, डॉ. कृष्ण आचार्य, इमदाद उल्लाह ‘बासित’, कैलाश टाक, विप्लव व्यास मुइनुद्दीन मुईन, गिरिराज पारीक, बाबूलाल बमचकरी, जुगल किशोर पुरोहित,शमीम अहमद ‘शमीम’ एवं शिव दाधीच ने अपनी देशभक्ति कविताओं से उपस्थित श्रोताओं को देशभक्ति के जज़्बे से भर दिया।
कवि सम्मेलन एवं मुशाएरे में बुनियाद ज़हीन, लीलाधर सोनी, गंगा विशन बिश्नोई ‘ब्रह्मा’, मुनीन्द्र अग्निहोत्री, डॉ. मोहम्मद फ़ारूक़ चौहान, संजय सांखला,पिंकी सैन, दमयंती सुथार, एडवोकेट जगदीश शर्मा, कैलाश वैष्णव, नरपत सिंह बिठू, प्रभु सिंह एवं ज़ुल्करनैन सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे
मुशाएरा एवं कवि सम्मेलन का संचालन क़ासिम बीकानेरी ने किया।

 

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