बीकानेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम सीकर की ओर से नोखा के सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संजय चौधरी के जेएनवीसी स्थित मकान की 12 दिन बाद भी तलाशी नहीं ली जा सकी है। अधिशासी अभियंता के बीकानेर नहीं आने से सर्च अभियान अटका हुआ है। एसीबी ने उसको अंतिम सूचना नोटिस दिया है। इसके बाद भी वह मकान की तलाशी नहीं करवाता है तो एसीबी ने कोर्ट के माध्यम से मकान की तलाशी करने की तैयारी कर ली है।
एसीबी बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि अधिशासी अभियंता चौधरी का मकान दो अक्टूबर की
रात को सीज कर दिया था। उसके आने के बाद ही मकान की तलाशी ली जाएगी। उसे दो-तीन बार सूचना करवाई है। बुधवार को उसे अंतिम बार सूचना दी गई। अब भी वह मकान की तलाशी कराने नहीं आया तो कोर्ट से आदेश लेकर मकान की तलाशी ली जाएगी। फिलहाल मकान सील किया हुआ है। मकान की निगरानी के लिए गार्ड तैनात है। गौरतलब है कि एसीबी टीम ने बीकानेर के नोखा के सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता चौधरी से 2 लाख 36 हजार रुपए की राशि जब्त की है।
कार्रवाई राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 पर अखेपुरा टोल बूथ पर के पास आकस्मिक जांच के दौरान की गई थी। आरोपी चौधरी ने यह राशि एक बैग में पुरानी बनियान व महिलाओं के कपड़ों में छिपाकर रख रखी थी। पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एसीबी ने राशि को जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी।
एसीबी के उप अधीक्ष जाकिर अख्तर ने बताया कि आरोपी से रुपए बरामद होने पर बीकानेर एसीबी टीम को सर्च के लिए भेजा गया था लेकिन घर बंद होने से तलाशी नहीं ली जा सकी।