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बीकानेर,जीव रक्षा संस्थान बीकानेर की ओर से आज दिनांक 7 अगस्त 2024 को उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार राजकुमारी को ज्ञापन दिया
तमाम कानून कायदों की धज्जिया उड़ा कर लखुसर केला सरदारपुर आका वाली डेर की रौई आदि क्षेत्रों में वन माफियौं व सोलर कंपनियों द्वारा यहां मनमानी से की जा रही खेजडियों की अंधाधुंध कटाई के अंतिम सिलसिले के संबंध में ज्ञापन दिया ।
अत्यंत खेद के साथ आपको फिर लिखना पड़ रहा है कि अब तो ऐसा लग रहा है कि आपके अधिनस्थ संबंधित पटवारी रेंजर थानेदार और वन विभाग गश्ती दल ने हमारे द्वारा बार-बार सैकड़ो कटी खेजड़ियो को पुख्ता साबू सहित पकड़वाने के बावजूद वन अपराधियों से मिली भगत कर उन्हें कानूनी सजा से बचाने की ठान रखी है । उन्होंने वृक्ष सुरक्षा कानून का उल्लंघन कर उन्हें हर बार कानूनी सजा से बचने के अलावा कुछ भी नहीं किया है और आपका प्रशासन भी इस बर्बादी को अनदेखाकर इस क्षेत्र को पूरी तरह से वृक्षाहीन वीरान करने पर तुला हुआ है पूर्व में जब यहां आका वाले देर में सोलर कंपनियों को भूमि देने हेतु यहां के जिन
खातेदारों के 3000 बीघा क्षेत्र में यहां के राज्यकर्मियों की मिली भक्ति से माफिया के मार्फत भारी तादाद में खेजड़िया काटी गई थी। तब हमने साइक्लो कटी खेजडिया अधिकारियों को पकड़वाई थी और खेजडियों को काट कर ट्रैक्टर में डालकर ले जाने वाले नाम जद मुलजिमों के विरुद्ध छतरगढ़ थाने में उक्त खेत के मालिक से मुकदमा दर्ज करवाया था और वहां मौके पर से कटे पेड़ की छतरगढ़ हल्का पटवारी से फर्द भी बनाई गई थी और उन वृक्षों की सुरक्षा हेतु जवाब दे ही अधिकारियों से समुचित कार्रवाई करवाने तथा निष्क्रिय वन विभाग गश्स्ती दल को सक्रिय करवाने हेतु और मुलजिमों की गिरफ्तारी करवाने हेतु कुछ महापूर्व हम पर्यावरण प्रेमियों को आपके कार्यालय में अनिष्कालीन धरना लगाने का भी मजबूर होना पड़ा था । उसे दौरान यहां की तहसीलदार ने इस गंभीर कृत्य पर उक्त खेजडियों को कटवाने के दोषी 12 खातेदारों के विरुद्ध छतरगढ़ थाने में नाम जद मुकदमा दर्ज करवाया था तथा उन तमाम खातेदारों की खातेदारी निरस्त करने की वकायदा लिखित में उन अनुशंसा की थी । लेकिन खेद का विषय है कि ना तो छतरगढ़ उपखंड अधिकारी ने उनकी खातेदारी निरस्त कार्रवाई न ही छत्तीसगढ़ थानेदार ने उन नाम जद मुलजिमों को और ना ही उनके ट्रैक्टर को स्वचालित आरे को पकड़ा है ।इस कारण हमें तो अंदेशा है कि अधिकारियों ने भारी मात्रा में भ्रष्टाचार किया है इतना ही नहीं इसी दौरान वह जेठाराम और देवीलाल जाखड़ ने वहां के वन विभाग गश्स्ती दल के साथ जाकर उनसे रात को नाका लगवा कर वहां कटे हरे पेड़ों से लदी दो पिकअप को दो स्वचालित आरो सहित 6 लोगों को उसे गश्ती दल को पकड़वाया था । और उन्होंने यह भी बताया गया था कि इस क्षेत्र में अधिकतर पेड़ काटने के लिए 6 लोग भी दोषी है उन पिकअप की जप्ती पर हमारे हस्ताक्षर मौजूद है। लेकिन हमारे द्वारा बार-बार आग्रह के बावजूद वहां के डीएफओ वीरभद्र सिंह गश्ती दल प्रभारी योगेंद्र सिंह ने उनसे वन माफिया को बिना पूछताछ किए ही छोड़ दिया था तथा हमारे आग्रह के बावजूद वन अधिकारी ने ना तो उनके विरुद्ध थाने में केस दर्ज करवाया ना उन वाहनों को स्थाई रूप से जप्त किया था बल्कि जानबूझकर उसे कागजों सामान्य घटना दर्शाकर मामूली एवं जाने की रसीद काट कर उन वाहनों को दोषियों को इसलिए छोड़ दिया गया था कि उनसे वन कर्मियों की मिली भक्ति का भ्रष्टाचार खेल चलाता रहता है । इस गश्ती दल से लिखित में यह जवाब मांगा जाए कि जब छतरगढ़ के पास ही आका वाली डेर और और अन्य क्षेत्रों से रोजाना भारी मात्रा में हरी कटी लड़कियों के वहां रोजाना बेधड़क होकर बाहर बिकने हेतु जाती रहतीहैं तो फिर अपने आज तक एक भी वाहन को क्यों नहीं पकड़ा कागजों में ही फर्जी तौर से गश्ती दल चला रहे हैं उन तमाम भ्रष्ट कर्मचारियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलई जाकर उनकी तमाम भूमिका की विस्तृत जांच हो तथा इसी तरह छतरगढ़ थानेदार और हल्का पटवारी के सभी के आज तक की कॉल डिटेल निकाल ही जाकर उनकी कथित भूमिका की मजिस्ट्रेट की निगरानी में विस्तृत जांच हो दुध का दुध पानी का पानी हो जायेगा ।
तथा उपखंड क्षेत्र में राज्य वृक्ष खेजडियों की अवैध कटाई पर विलंबन प्रभावी रोक लगाई जाए और खेजडियों को विनाश से उन पर आश्रित साईकड़ो प्रजातियों के असंख्य पक्षियों के घोसले और उनमें अन्डे व उनके बच्चे नष्ट हो चुके हैं । तथा अनेक प्रकार के सरीसृप एवं वन्य पशुओं की एकमात्र आश्चर्य खेजडिया नष्ट होने से भारी तादाद में वन जीवन नष्ट हो चुके हैं और आपकी खेजड़ियौं की सुरक्षा के प्रति उदासीनता बरतने के कारण यह सिलसिला आप भी आबाद जारी है ।
इतना ही नहीं कंपनियों द्वारा उच्च जमीन को समतल करने के कारण वहां वन जीवन के पेयजल के स्त्रोत पानी के पॉइंट भी नेस्तनाबूद किये जा रहे हैं इसीलिए यह अक्षम्य अपराध पर कंपनियों आदि के विरुद्ध वन जीव अधिनियम में भी मुकदमा दर्ज होना जरूरी हो गया है अतः तत्काल इस पर प्रभाव भी कार्रवाई हो
यहां खेजडियों के विनाश में छतरगढ़ प्रशासन द्वारा वास्तविक सच्चाई पर हर बार पर्दा डालकर बार-बार की जा रही लीला पोती का ही परिणाम है अब भी यहां के खातेदार रोजाना बेधड़क खेजडियों को माफिया से कटवा कर भ्रष्टा राजस्व एवं वनकर्मियों से मिली भगत कर उन्हें बाहर भिजवा रहे हैं । राजस्व एवं वनकर्मियों को मासिक बंदी के लालच में वनकर्वी भी उन्हें नहीं रोक रहे हैं । प्रशासन की उदासीनता के कारण अब केला लाखुसर में भी सौर ऊर्जा कंपनियों ने भारी मात्रा में खेजड़ियौं काट डाला है हमारे केला के हल्का पटवारी मौके पर ले जाकर वहां सोर ऊर्जा कंपनियों एवं खाते द्वारा काटी गई 393 खेजडियां 4अगस्त को पकड़वाई हैं । जिसकी पटवारी रिपोर्ट की नकल इस प्रार्थना पत्र के साथ संकलन प्रस्तुत है। निवेदन हैं की एसी अन्य क्षेत्रों में घटित घटनाओं से दुखी होकर हमारे द्वारा राजस्थान हाई कोर्ट में दया रीट याचिका के मध्य नजर हाई कोर्ट द्वारा जिले के तमाम संबंधित पक्षकारों को जारी लिखित निर्देशौ की अवहेलना जा रही है । अतः अपनें भ्रष्ट कृत्यों से हाई कोर्ट की प्रत्यक्ष और मानना कर रहे हैं तमाम अधिकारियों की भूमिका की विशुद्ध जांच होनी जरूरी है अतः इस छतरगढ़ क्षेत्र की तमाम खेजडियों को काटकर इस मरू क्षेत्र को उजाड़ कर वीरान करने को उतारू इन तमाम संबंधित अधिकारियों की भूमिका की मजिस्ट्रेट की निगरानी में विशुद्ध जांच करवाने की कृपा करें ।
तथा खेजड़ियों का विनाश करने वाले तमाम खातेदारों की खातेदारियां निरस्त हो तथा किसानों से हजारों खेजडिया युक्त जमीनें लेकर उन्हें एग्रीमेंट में फर्जी तौर पर वृक्ष विहीन बता कर फिर उन्हें खेजड़ियौं को अवैध रूप से कटने के दोषी तमाम सोलर कंपनियों के ऐसी एग्रीमेंटों के विस्तृत जांच करवरकर उन झूठे एग्रीमेंटों को रद्द करावें और उनके विरुद्ध थाने में आपराधिक मुकदमे दर्ज करवायें सोलर कंपनियों द्वारा कास्ट कारों से वाणिज्यिक उपभोग हेतु जमीन ले लेने के कारण अब उनके द्वारा ली गई तमाम जमीनों का लैंड उसे चेंज हो चुका है आप वह कष्टकारी के बजाय व्यापार में उसे होगी अतः उसे पर अब टेनेन्सी एक्ट में कार्यवाही का कोई औचित्य नहीं है । अतः उनके विरोध राजस्व विभाग की बजाय वन विभाग से कानूनी कार्यवाही की जा सकती है तथा उपखंड में से सभी सोलर कंपनियों की ली हुई जमीनों में मौजूद तमाम खेजडियों कि हम पर्यावरण प्रेमियों की मौजूदगी में गूगल मैपिंग जिओ ट्रैकिंग विधि से अविलम गिनती करवाई जाकर नंबरिंग हो तथा वन विभाग के गणना रजिस्टर में उन्हें दर्ज किया जाए फिर तमाम सोलर कंपनियों को उन खेजडियों की सुरक्षा हेतु लिखित में पाबंद किया जाए ऐसा नहीं होने पर हम सभी पर्यावरण प्रेमी एकजुट होकर अपने कार्यालय के आगे तब तक अनिष्कालीन धरना देंगे तब तक हमारी उपरोक्त मांगे नहीं मान ली जाति तथा आपके द्वारा कर्तव्य पालन नहीं होने पर हम माननीय उच्च न्यायालय में भी आपके विरुद्ध लिखित शिकायत पेश करेंगे जिसकी नैतिक जिम्मेदारी आप छतरगढ़ प्रशासन की होगी आशा है आप इसे गंभीरता से लेंगे 16/8/2024 वन प्रेमी छतरगढ उपखंड कार्यालय के आगे धरना-प्रदर्शन करेंगे जब तक हमारी मांगें पुरी नहीं होती है ।
जीव रक्षा संस्था बीकानेर जिला अध्यक्ष मोखराम धारणिया महा सचिव रामकिशन डेलू छतरगढ तहसील अध्यक्ष देवीलाल विश्वनोई अखिल भारतीय किसान अध्यक्ष जेठाराम लाखुसर अखिल भारतीय किसान के राधेश्याम छिपा रामलाल भाजपा मंडल अध्यक्ष राजु रायका हनुमान विश्वनोई शिव कुमार पुर्व सरपंच सांवरमल नावरीया नाजु खां कालुसिंह राजासर एवं सभी जीव प्रेमी गणमान्य लोग हाजी होकर उपखंड अधिकारी व तहसीलदार राजकुमारी को ज्ञापन दिया ।

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