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जयपुर/बीकानेर, राष्ट्रीय अंगदान दिवस के अवसर पर शनिवार को इण्डियन रेडक्रॉस सोसायटी, स्टेट ब्रांच और स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांस्प्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर के सांगानेरी गेट स्थित रेडक्रॉस सोसायटी राज्य मुख्यालय में अंगदान एवं प्रत्यारोपण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्टेट वाईस चेयरमैन विजय खत्री ने बताया कि राज्यपाल तथा सोसायटी चेयरमैन के निर्देश अनुसार सोसायटी द्वारा प्रदेश में पूरे साल अंगदान जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित होंगे। अंगदान दिवस मनाने का प्रमुख कारण आमजन के साथ इस विषय को लेकर चर्चा करना तथा सामाजिक संगठनों एवं चिकित्सकों को जागरूक के करना है। जिससे अंगदान करने वालों की संख्या बढ़ाई जा सके।

खत्री ने बताया कि कुछ अंगदान जीवित अवस्था में होते हैं। जो प्रायः व्यक्ति द्वारा स्वयं की अनुमति से किया जाता है। वहीं मृत्यु पश्चात् उसके परिजनों द्वारा अंगदान की स्वीकृति दी जाती है। उन्होंने कहा अंगदान के पश्चात इसके प्रत्यारोपण का कार्य स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाईजशन (सोटो) के माध्यम से करवाया जाता है।

स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाईजशन के डॉ. धर्मेश ने बताया कि एक ओर अंग प्रत्यारोपण के लिए लाखों की संख्या में मरीज है, वहीं अंगदान के लिए जागरूकता नहीं होने से अंगदाताओं की संख्या का अनुपात बहुत ही कम है।

सोटो के राज्य कोर्डिनेटर रोशन ने बताया कि सरकार द्वारा गठित कमेटी पारदर्शिता के साथ प्रत्यारोपण का कार्य करती है। प्रत्येक जिले के मेडिकल कॉलेज में किसी व्यक्ति के ब्रेन डेथ होने पर उसके शरीर को जाँच कर मृत्यु की प्रमाणिकता जांच करती है। उसके बाद ही अंगदाता के अंगों को प्रत्यारोपण के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाकर अंगदान, प्रत्यारोपण की प्रक्रिया के लिए भेजा जाता है। रेडक्रॉस से श्याम सुन्दर शर्मा ने आभार जताया।

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