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बीकानेर,महारानी कन्या महाविद्यालय में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उच्च शिक्षा राजस्थान की स्थानीय इकाई के द्वारा गुरु वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कृत महाविद्यालय के साहित्य आचार्य डॉक्टर ओम प्रकाश सांखोलिया तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश संगठन मंत्री डॉ दिग्विजय सिंह रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महारानी कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर नंदिता सिंघवी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉक्टर संकोलिया में अपने उद्बोधन में गुरु तत्व की महिमा पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न उदाहरण देते हुए कहा कि गुरु ही ज्ञान का सागर है उसके ज्ञान की गहराई कोई नहीं नाप सकता। अतः ज्ञान प्राप्त करने के लिए गुरु का सानिध्य परम आवश्यक है।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर दिग्विजय सिंह ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की रीति नीति पर प्रकाश डाला और कहा कि गुरु कोई भी हो सकता है किसी से भी कभी भी कहीं भी सीख जा सकता है अतः सीखने और जानने की निरंतर प्रक्रिया में गुरु तत्व की महिमा स्वयं सिद्ध है।
कार्यक्रम कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर नंदिता सिंह हुई ने सभी आगंतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु की महिमा अपरंपार है गुरु शिष्य परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां गुरु तत्व तक पहुंचना जितना कठिन है उतने ही कठिन नियम शिष्य के लिए भी है।
कार्यक्रम का संयोजन व संचालन इकाई सचिव डॉक्टर राधा सोलंकी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विभाग सहसंयोजक डॉक्टर उज्ज्वल गोस्वामी, जिला स्तरीय डॉक्टर अभिलाषा आल्हा, इकाई अध्यक्ष डॉक्टर हेमेंद्र अरोड़ा तथा महाविद्यालय के समस्त प्रोफेसर गण तथा छात्रों ने भाग लिया।

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