बीकानेर,भारत सरकार10000 किसान उत्पादक संगठन योजना के अंतर्गत नाबार्ड द्वारा छोटे व मझौले किसानों को व्यापारिक संगठन बनाने के लिए दिशा निर्देशों की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आत्मा सभागार, बीकानेर में किया गया. इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रुप में नैफेड से 07 राज्यो के प्रभारी राम प्रकाश चौधरी, बोर्ड सदस्य को आमंत्रित किया गया. मुख्य अतिथि द्वारा एफपीओं से जुडे छोटे-मझौले किसानों को व्यापारिक गतिविधियों के माध्यम से बडे उघोग की तरफ ले जाने के लिए प्रेरित किया. उन्होने भारत सरकार के प्राकृतिक खेती के लक्ष्य में एफपीओ के योगदान की सराहना करते हुए प्राकृतिक खेती तथा पशुपालन के लिए एफपीओं को आगे आने के लिए कहा. श्री चौधरी द्वारा एफपीओं को किसान हित में भारत का सबसे सशक्त मॉडल बताते हुए नैफेड के माध्यम से एफपीओं को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में मुख्य रुप से छोटे किसानों को आगे लाने के लिए किये जा सकने वाले कार्यो पर प्रकाश डालते हुए किसानों की फसल को पूरा मूल्य मिले इस पर एफपीओं कैसे कार्य करें पर अपने विचार रखे. कार्यशाला के दौरान आत्मा से मुकेश गहलोत द्वारा एफपीओं के माध्यम से सदस्यों के लिए कम दर पर उपलब्ध उच्च क्वालिटी बीज योजना, ग्रीन हाउस योजना तथा छोटे व मझौले किसानों के लिए किसान सारथी के माध्यम से प्रदान की जा रही योजनाओं पर विस्तार से अपने विचार रखे. इसी अनुक्रम में एफपीओ बोर्ड सदस्यों को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाघ प्रसंस्करण उघोग उन्नयन योजना के बारे में पीएमएफएमई प्रमुख द्वारा किसानों को व्यापारिक गतिविधियों में प्रदान की जा रही अनुदान योजना के बारे में बताया. कार्यशाला के दौरान नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक द्वारा सभी किसान उत्पादक संगठनों को आवश्यक लाईसेंस प्राप्त हाने के विषय में समीक्षा करते हुए किसान उत्पादक संगठनों के माध्यम से किसानों के लिए पशुधन योजना, ग्रामीण भंडारण योजना तथा कृषि कार्यो के लिए कार्यशाील पॅूजी की आवश्यकता की पूर्ति के लिए केसीसी पर जानकारी उपलब्ध करवाई. बीकानेर के सभी किसान उत्पादक संगठनों को आज की कार्यशाला के माध्यम से भारत सरकार के छोटे व मझौले किसानों के लिए संगठन की महत्ता तथा बडे व्यापारिक उघोग बनाने के लिए सहज सहयोग प्रदान किया गया.
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