Trending Now




बीकानेर, विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर रविवार को एसडीएम जिला अस्पताल में हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी स्क्रीनिंग शिविर आयोजित किया गया। शिविर में हाई रिस्क समूह के 36 व्यक्तियों की जांच की गई। इसी प्रकार सोमवार को यूपीएचसी नंबर 4 में आयोजित शिविर में 18 व्यक्तियों की जांच हुई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय वायरस हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 24 जुलाई से लगातार हेपेटाइटिस स्क्रीनिंग शिविरों का आयोजन टी आई साइट्स पर किया जा रहा है। अब तक शिवबाड़ी व सर्वोदय बस्ती में शिविर के बाद जिला चिकित्सालय और यूपीएचसी नंबर 4 में शिविर आयोजित किए गए जा चुके हैं। मंगलवार को ग्राम पंचायत भवन नाल में शिविर का आयोजन किया जाएगा।

डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि स्वयंसेवी संस्थान मानव सेवा संस्थान जगतपुरा द्वारा हाई रिस्क समूह जैसे टीबी के मरीज, पीएलएचआईवी, एमएसएम, ट्रककर, एफएसडब्ल्यू इत्यादि को प्रेरित कर जांच हेतु शिविरों में लाया जा रहा है। लैब टेक्नीशियन विनय व्यास, शुभम आनंद और निशा द्वारा शिविरों में सेवाएं दी जा रही है।

*क्या है वायरल हेपिटाइटिस ?*
डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि वायरल हेपेटाइटिस एक वायरल संक्रमण के कारण लीवर में होने वाली सूजन है। अधिक घातक हेपेटाइटिस बी व सी का संक्रमण उपयोग की गई सुई, संक्रमित रक्त चढ़ाने, असुरक्षित यौन संबंध या संक्रमित मां से बच्चे को हो सकता है। हेपेटाइटिस ए तथा ई अशुद्ध व संक्रमित पेयजल व खाद्य पदार्थों के माध्यम से फैलता है। देश भर में 4 करोड़ से अधिक हेपेटाइटिस से संक्रमित व्यक्ति होने का अनुमान है। क्योंकि यह रोग लंबे समय तक शांत रहता है इसलिए इसके बारे में समय रहते पता लगाना मुश्किल रहता है।

Author