Trending Now




बीकानेर,छत्तरगढ,इंदिरा गांधी मुख्य नहर में सिंचाई पानी का संकट नहीं टलने से किसानों में सरकार प्रति रोष व्याप्त है। किसान नेताओं ने कहा है कि राज्य सरकार 6 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के बीच हुए घड़साना समझौते की पालना नहीं कर पाई है। इंदिरा गांधी नहर के वर्तमान में चल रहे चार में एक समूह के रेगुलेशन में ग्रुप स तथा द को मर्ज करने का वादा भी सरकार पूरा नहीं कर सकीं।

घड़साना समझौते के मुताबिक गत 10 अक्टूबर को अनूपगढ़ शाखा के साथ पूगल ब्रांच में भी पानी छोड़ा जाना था लेकिन तीन दिन बीत जाने बाद भी पूगल ब्रांच में सिंचाई पानी नहीं छोड़ा है। इस पर पूगल ब्रांच के किसान नेता भूपराम भांभू के नेतृत्व में किसानों ने बुधवार को आरडी ने 620 हैड पर कब्जे का ऐलान किया है। किसान नेता भांभू ने बताया कि

इंदिरा गांधी नहर के प्रथम चरण के किसानों को रबी फसल की कम पानी में पकने वाली फसलों की बुवाई से लेकर पकाव नहरों में पानी देने की मांग को लेकर बुधवार को छत्तरगढ़ की आरडी 620 हैड पर महापड़ाव शुरू होगा। किसान आरडी 415 से 620 बीच की सभी नहरों में सिंचाई पानी छोड़ने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तत्वावधान में आरडी 620 हैंड पहुंचेंगे। इस में छत्तरगढ़, खाजूवाला, पूगल, दंतौर, आरजेडी, रोजड़ी आदि के किसान आएंगे।

उधर, किसान संयुक्त मोर्चा प्रवक्ता सत्यप्रकाश सिहाग ने बताया कि हटधर्मी रवैये के चलते गत 6 अक्टूबर को घड़साना में सिंचाई पानी समझौते को लागू करने पर सरकार विफल रही। भारतीय किसान यूनियन छत्तरगढ़ तहसील अध्यक्ष खिराजराम जाखड़ ने कहा कि पानी मिलेगा तो क्षेत्र में शांति बनी

रहेगी। किसान नेता इंद्राज बेनीवाल ने कहा कि किसानों को हक का सिंचाई पानी नहीं मिलने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों से पर्याप्त मात्रा में ट्रैक्टर ट्रॉली, दूध, राशन का समान आदि मंगाए गए हैं।

लिया फीडबैक

इस बीच किसान के महापड़ाव को देखते हुए मंगलवार शाम को उपखंड अधिकारी सत्यनारायण सुधार व थानाधिकारी जय कुमार भादू ने फीड बैक लिया और किसान नेताओं से संपर्क कर सहमति से समस्या का समाधान करने का आग्रह किया और कानून व्यवस्था के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने आरडी 620 हैड महापड़ाव स्थल का निरीक्षण किया। थानाधिकारी जय कुमार भादू को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

Author