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बीकानेर, बाल कल्याण समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि जिले को बालश्रम मुक्त बनाने के लिए रेस्क्यू टीमों द्वारा फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण अनवरत रूप से किया जाए तथा यदि कहीं बालश्रम का मामला सामने आता है, तो नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि शहर के साथ जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभियान के रूप में औचक निरीक्षण किए जाएं। संबंधित उपखण्ड अधिकारी को भी इस कार्यवाही से अवगत करवाया जाए। उन्होंने रेस्क्यू टीमों द्वारा अब तक की कार्यवाही पर संतोष जताया तथा बताया कि बीछवाल और रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र को जल्दी ही बालश्रम मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे औद्योगिक क्षेत्र, जो पूर्णतया बाल श्रम मुक्त हो जाएंगे उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। बैठक के दौरान बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा की गई। जिले की वंचित पंचायत समितियों में ब्लाॅक स्तरीय तथा ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समितियों का गठन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड और अन्य कारणों से प्रभावित बच्चों को संबल प्रदान करने के लिए बाल स्वराज पोर्टल पर बच्चों के पंजीकरण से संबंधित सूचनाओं को नियमित अपडेट किया जाए। बैठक के दौरान बाल अधिकारिता विभाग की समर्थ, उत्कर्ष, गोराधाय गु्रप फोस्टर केयर तथा नशे में संलिप्त बालकों की विशेष सहायता के लिए समेकित बाल पुनर्वास केन्द्र की स्थापना सहित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक कविता स्वामी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डाॅ. किरण सिंह, सदस्य एड. जुगल किशोर व्यास, सरोज जैन, हर्षवर्धन सिंह भाटी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य एड. अरविंद सिंह सैंगर, किरण गौड़, चाइल्ड हैल्पलाइन समन्वयक चेनाराम, रेलवे चाइल्डलाइन पप्पूराम, थानाधिकारी महावीर प्रसाद, शारदा चौधरी आदि मौजूद रहे।

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