बीकानेर,पंचायत समिति,अवादा फाउंडेशन द्वारा आज पंचायत समिति के प्रशिक्षण राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए ‘टीचिंग टू ट्रांसफॉर्म’ कार्यक्रम में अनुभवात्मक शिक्षण पद्धति पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को नवीनतम एवं रोचक शिक्षण विधियों से अवगत कराना और उन्हें प्रेरित करना था ताकि वे विद्यार्थियों को प्रभावी ढंग से कम समय में अधिक से अधिक शिक्षा प्रदान कर सकें।
प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और लीडरशिप एक्सपर्ट अनिल थॉमस ने कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों एवं प्रेजेंटेशन के माध्यम से शिक्षकों को प्रेरित किया। उन्होंने शिक्षकों को सहभागिता और अनुभवों के माध्यम से शिक्षण को रोचक और प्रभावी बनाने के तरीके सिखाए। थॉमस ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए, शिक्षकों को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को पहचानने और उसका उपयोग करके सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
“इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को अनुभवात्मक शिक्षण पद्धति से अवगत कराया गया , शिक्षकों को अपनी शिक्षण क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया गया, ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया तथा इस कार्यक्रम से शिक्षकों को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को पहचानने और उसका उपयोग करने में मदद मिली।”
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नूरसर, भरुखीरा और आसपास के सरकारी विद्यालयों के 42 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में महेंद्र कुमार शर्मा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, गजानंद सेवग, अतिरिक्त जिला परियोजना अधिकारी एवम् कृष्ण मोहन शर्मा, सहायक परियोजना समन्वयक के साथ कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। उन्होंने शिक्षकों को प्रेरित करने और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए अवादा फाउंडेशन की प्रशंसा की।
अवादा फाउंडेशन की डायरेक्टर श्रीमती ऋतु पटवारी ने कहा, “अवादा फाउंडेशन अनेक राज्यों के अति पिछड़े क्षेत्रों में
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के लिए सतत प्रयासरत है।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम निश्चित रूप से शिक्षकों के शिक्षण कौशल को बेहतर बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”