Trending Now




बीकानेर,भारतीय संस्कृति व सनातन आस्था के अन्तर्गत देश व दुनिया का विशेष अनुष्ठान भारतीय संस्कृति व सनातन सार्वभोम महासभा श्री दिव्य शिवशक्ति पीठ ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन श्री विप्र महासभा की ओर से पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच ( राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति व सनातन सार्वभोम महासभा , राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा , अधिष्ठाता श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ ) की अगुवाई में भारतीय संस्कृति व सनातन जागृति महा अभियान का 29 जून 2023 को शुरू हुवे विशेष व दिव्य अनुष्ठान के लगातार 365 दिवस जारी होते पूर्ण होने पर बीकानेर में 108 मंदिरों में भोग व पूजन के अनुष्ठान चरणबद रूप से हो रहे है इस दिव्य व विशेष अनुष्ठान के अन्तर्गत 1 जुलाई 2024 को भोग व पूजन का अनुष्ठान पंच मंदिर धनिनाथ गिरी मठ कोटगेट बीकानेर में स्वामी श्री मोहनदास जी महाराज के सानिध्य में पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की मंगल उपस्थिति में हुवा जिसमें वेदशास्त्री प्रकाश शर्मा पुजारी शिवकृष्ण सेवग भवानी पुजारी रामचंद्र राकेश आसोपा शंकर लाल जोशी प्रसून सोनी मामराज सरस्वती देवी संपत देवी दायमा सोनू आदि उपस्थित हुवे पंच मंदिर सहित इग्यारह मंदिरों मैं भोग व पूजन के दिव्य व विशेष में पुष्प मालाओं पूजन सामग्री से सजी थालिया लाल सुनहरी ध्वजाओं व विष्णु के दस अवतार की अभिमंत्रित तस्वीर देवचित्रों सहित भोग अर्पित किया गया मुख्य पुजारी शिवकृष्ण सेवग भवानी ने भोग आदि की थालिया ले करके लक्ष्मी नारायण भगवान गणेश जी शिव दरबार भुवनेश्वरी माता सूर्य भगवान राम दरबार हनुमान जी भेरु जी नवग्रह सहित पंच मंदिर के सभी मन्दिरो में पूजन पुष्प माला चढ़ा करके भोग अर्पित किया एक साथ आसपास के इग्यारह मंदिरों में भोग अर्पित करके प्रसाद सभी भक्तों को अभिमंत्रित तस्वीरो सहित वितरित किया गया

मंगलवार 2 जुलाई 2024 को भोग का दिव्य व विशेष अनुष्ठान नागणेचीजी मंदिर सहित आसपास के इग्यारह मंदिरों में अर्पित होगा

आयोजन प्रभारी शंकरलाल जोशी ने बताया कि पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच का 365 दिनों का लगातार हुवा यह अनुष्ठान देश व दुनिया का एकमात्र अनुष्ठान के रूप में दर्ज हुवा है जिसने भारतीय संस्कृति व सनातन जागृति में धरातलीय कार्य का एक इतिहास लिखा हे जो विशेष व अतुलनीय रहेगा वर्ष पर्यंत संतों के सानिध्य में हर पर्व को परंपरागत रूप से दिव्य व विशेष रूप से एक साथ 108 या अधिक मंदिरों में अनुष्ठान करके मनाया जाना व सवा सवा लाख मंत्रों से विभिन्न देव चित्रों को अभिमंत्रित करके निःशुल्क वितरित करना सहज व सरल नहीं था किंतु पंडित दाधीच की भारतीय संस्कृति व सनातन के प्रति गहरी व सच्ची श्रद्धा भावना आस्था समर्पण ने सहज व सरल करते हुवे हर अनुष्ठान को दिव्य व विशेष रूप से सनातन परंपरा के अनुसार परंपरागत तरीक़े से आहूत किया गया जिससे हर बीकानेर वासी का गौरव बढ़ा है

Author