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बीकानेर सार्दुलगंज पॉलीटेक्निकल कॉलेज के सामने स्थित आयुष्मान हार्ट केअर सेन्टर में रायसिंह नगर के मोहन लाल स्वामी उम्र 85 वर्ष जिसका वजन 150 किलो था एवं साथ ही आखिरी स्टेज की दमा की बीमारी से ग्रसित था जिसकी धड़कने अचानक 28 बीट / मिनट रह गयी थी एवं शरीर ठंडा पड़ गया था। मरीज के परिजन रायसिंह नगर से सीधे आयुष्मान हार्ट सेन्टर पहुँचे। वहॉ डॉ. बी. एल स्वामी एवं उनकी कार्डियक टीम ने गंभीर स्थिति को भांपते हुए तुरन्त पैर की नस से टेम्परेरी पेसमेकर लगाकर हृदय की धड़कनों को सामान्य किया। अगले दिन परमानेन्ट पेसमेकर छोटे से चीरे से बिना मरीज को बेहोश किये लोकल ऐनेस्थिसिया में लगाया गया यह पेसमेकर पुर्णतया एम.आर.आई से अनुकुल है। डॉ. बी. एल. स्वामी ने बताया कि इतनी उम्र के साथ इतने भारी वजनी मरीज जो साथ ही भयंकर दमा से ग्रसित हो तो पेसमेकर लगाना बहुत ही मुश्किल कार्य होता है। हमारे सेन्टर ने पेसमेकर, इन्ट्राकार्डियक डिफिब्रिलेटर (आई.सी.डी) एवं रोटाट्रिप्सी एवं अन्य जटिल एंजियोप्लास्टी करके अनेको 80 वर्ष से अधिक आयु वाले मरीजों की विगत दो साल में जान बचायी हैं।

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