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बीकानेर,दिल्ली, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के तत्वाधान में गुर्जर समाज के 2023 में चयनित मेधावी प्रतिभाओं के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ यशवीर सिंह पूर्व चेयरमैन केवीआईसी की अध्यक्षता में दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गुर्जर समाज के नवनिर्वाचित 3 मंत्रियों , लोकसभा और राज्यसभा सांसदों एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा 2023 में चयनित 15 अधिकारियों के स्वागत और सम्मान किया गया ।

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के अध्यक्ष डॉ यशवीर सिंह ने बताया कि महासभा में आज सर्व समिति से 3 प्रस्ताव पास किये। इसमें राजस्थान में लंबे आंदोलन के बाद गुर्जर समाज को 5% का एमबीसी के तहत आरक्षण मिला इस पर आज भी कोर्ट की तलवार लटकी हुयी हैं । इस आरक्षण को राजस्थान गवर्नमेंट ने 9th शेड्यूल (9 वी सूची) मैं डालने के लिये भारत सरकार को भेजा हुआ है। अतः अखिल भारतीय गुर्जर महासभा भारत सरकार से मांग करती है की उसे स्वीकार किया जाये और 9 वी सूची मैं डाला जाये।
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय गुर्जर महासभा की बहुत लंबी लड़ाई के बाद भारत सरकार ने घुमंतू एवं विमुक्त जातियों के उत्थान के लिये एक आयोग का गठन किया और लंबे अध्यन के बाद आयोग के आखिरी चेयरमैन इद्दते ने अपनी रिपोर्ट सौंपी जिसकी सिर्फ कुछ सिफारिशों को मानते हुये सरकार ने ना के बराबर घोषणा की जो घुमन्तू और विमुक्त जातियों के बलिदान और उनके संघर्ष का अपमान है। इसके लिए अखिल भारतीय गुर्जर सभा भारत सरकार से मांग करती हैं की भारत सरकार इस रिपोर्ट पर फिर से विचार करे ताकि इन वर्गों को न्याय मिल सके।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने दस वर्षों पहले रोहाणी आयोग का गठन इस उद्देश्य से किया था की सरकार द्वारा दिये जाने वाले 27% पिछड़े वर्ग के आरक्षण का बटवारा विभित्र सामाजिक और शैक्षणिक वर्गों के आधार पर किया जाये। दो वर्ष पहले रोहाणी आयोग अपनी रिपोर्ट सौंप चुका हैं पर उस पर अमल नहीं किया गया। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा मांग करती हैं की इस रिपोर्ट पर अमल करके गुर्जर समुदाय के लोगों को न्याय दिलाया जाये।

राष्ट्रीय प्रवक्ता विनय प्रधान ने बताया की लोकसभा मैं जीते 8 संसद सदस्य मनसुख मंडियां (केंद्रीय मंत्री), चंदन चौहान, रामबीर बिछुड़ी, कांवर सिंह तंवर, कृष्ण पल गुर्जर (केंद्रीय मंत्री), सुश्री रक्षा खडसे गुर्जर (केंद्रीय मंत्री), सुश्री इकरा हसन, अल्ताफ अहमद और 3 राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना, बंसी लाल गुर्जर और सुरेंद्र नगर और पूर्व मंत्री गोवर्धन झाड़पिया को सम्मानित किया गया ।
राजनीतिक लोगों के साथ समाज के पहली बार सर्वाधिक 15 सदस्य सिविइल सर्विस में चयनित हुये। मेधावी प्रतिभा जिन्होंने ये परीक्षा उत्तीर्ण किया और समाज का नाम रोशन किया उन्हें सम्मानित किया गया । इसमें 10 लड़के और 5 लड़किया हैं। इसमें बसंत गुर्जर. जतिन गुर्जर, सीरत खाताना, ईश्वर लाल गुर्जर, अंकित बैंसला, शेफाली अवना, हेमंत सिंह, निधि गुर्जर, सिमरन भाटी, सचिन गुर्जर, संत कुमार मिलूँ ईन चिन्हित युवाओं को सम्मानित किया गया । अधिक संख्या में युवाओं का चयन होना इस बात का संकेत हैं कि समाज पढ़ाई की तरफ ध्यान दे रहा है। इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से समाज का नाम रोशन किया हैं।
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे श्री हरिश्चंद्र भाटी जी ने अपने संबोधन में समाज की वर्तमान स्तिथि और सभा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला । राष्ट्रीय महासचिव डॉ जिले सिंह ने तीन प्रस्ताव रखें जो सर्व समिति से प्ररित हुये। डॉ शैफाली नागर ने मंच संचलन किया। कार्यक्रम में राम किशोर दोगले राष्ट्रीय महासचिव रामकेश चपराना , राज्यपाल कसना जी, डब्ल्यू मुंडन , राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व अतिरिक्त कलक्टर रामसुख गुर्जर मसूदा , राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष शील धाभाई , लक्ष्मी बेसोया , विनोद नागर , अशोक कसना , दिनेश गुर्जर , के पी मावी, सुभाष गुर्जर, सुरेन्द्र नागर, प्रदीप गुर्जर, देवेंद्र प्रधान, सचिन अंबात, नीरज बिछुड़ी, अशोक भाटी, विजय धमा, रोहित दोयाला, मनोज चापराणा, नवाब लाखवाया, सहित सम्मानित समाज गण उपस्थित रहे ।

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