बीकानेर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कल कमला कॉलोनी में की गई कार्यवाही में जब्त खराब मावे को स्वास्थ्य विभाग द्वारा खुले नाले में लोहे के पींपे सहित डाल दिया गया। विभाग के अनुसार यह मावा उपयोग लायक नही था । हालांकि विभाग ने इस जब्त मावे को लेकर प्रेस मीडिया के माध्यम से खूब वाहवाही लूटने की कोशिश की गई। लेकिन विभाग द्वारा इस जब्त खराब मावे के निस्तारण में भयंकर लापरवाही बरती गई। मेडिकल विभाग के आधिकारिक ट्विटर पर साझा किए गए वीडियो में साफ तौर पे यह खराब मावा खुले नाले में फेंका जा रहा है।
महापौर सुशीला कंवर ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर को टैग करते हुए इस गंभीर मामले में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी करने की अपील की है। महापौर ने लिखा है की स्वास्थ्य विभाग से जब्त खराब मावे को इस तरह खुले नाले में फेंकने से न सिर्फ वायु प्रदूषण होगा बल्कि आगे मानसून के समय वर्षा जलभराव की स्थितियां भी उत्पन्न होंगी।
महापौर ने बताया की इस संबंध में सीएमएचओ से फोन पर बात की गई है। पहले भी हजारों लीटर पाम ऑयल जब्त किया था उसे भी इसी तरह नाले में डाल दिया गया था। इस तरह खराब खाद्यान्न को खुले नालों में डालना सीधे तौर पर बीकानेरवासियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। इतने लोहे के पीम्पे खराब मावे से भरे नाला जाम करेंगे और आगे मानसून में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होगी। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री महोदय को फोन पर जानकारी साझा की गई हैं । आशा करती हूं भविष्य में स्वास्थ्य विभाग ऐसे जब्त खराब खाद्यान्न को पूर्ण प्रक्रिया से जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखकर नष्ट करेंगे।