बीकानेर इन दिनों आग उगलते सूरज की गर्मी में रेत तप रही है.मरुस्थल में पानी ठंडा नहीं मिलता.लेकिन इंसान हर मुश्किल का हल ढूंढ लेता है.रेत के धोरों के बीच वो ऐसी देसी जुगाड कर के एक बोतल लेकर चलता है जिसमें पानी 5 दिनो तक ठंडा रहता है गांव वालों का देसी फ्रिज यह बोतल ही होती है जो जल्दी जल्दी पानी ठंडा करती है जो फ्रिज में भी इतनी जल्दी पानी ठंडा नहीं होता है।
पश्चिमी राजस्थान में इन दिनों तापमान 45 से 48 डिग्री तक पहुंच गया है.इस भीषण गर्मी में प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करते हैं.शहरों में तो फ्रिज,वॉटर कूलर का ठंडा पानी पीकर गर्मी से राहत पाते हैं,लेकिन ग्रामीण इलाकों गांव वालों की ओर से खेत पर या घर पर ऐसा एक देसी जुगाड़ किया गया है जिसे प्लास्टिक की बोतल पर टाट या कपड़ा सिलकर पानी को ठंडा किया जाता है यहां तो किसी तरह का कोई फ्रिज नहीं होता. फिर भी यहां लोग फ्रिज की तरह ही ठंडा पानी पीते हैं. गांव के मोहन सिंह का कहना है कि यह रबड़ की प्लास्टिक की थम्स अप वाली बोतल है इस पर कपड़ा लगाकर फ्रिज की तरह ठंडी रहती है और गांव वाले गाड़ी के ऊपर लगाकर दो दिन पानी ठंडा रहता है यह मोहन सिंह का कहना है
हेमनाथ पशुपालक का कहना है कि हमारे तो यही फ्रिज है जिसको हम ऊंट गाड़ी पर लेकर चलते हैं और यह प्लास्टिक की बोतल पर स्पेशल कवर यानी बोरी का कपड़ा लगाकर गीला किया जाता है.फिर बोतल में पानी भरकर रखा जाता है. जिससे थोड़ी देर में पानी ठंडा हो जाता है. इस स्पेशल बोतल का इस्तेमाल हम जैसे ऊंटपालक और किसान करते हैं जो तेज धूप में खेतों में काम करते है और ऊंटपालक कई किलोमीटर दूर तक सफर करते हैं. वे अपने साथ इस बोतल को रखते हैं.
ग्रामीण भागीरथ ने बताया कि हम गरीब आदमी हैं और फ्री तो हम कहां से लेकर आए मगर हम हमारा गरीबों का यही फ्रिज है जिसको हम गाड़ी पर लेकर घूमते हैं यह एक प्लास्टिक की बोतल पर बोरी को लगाया जाता है. इस बोरी को स्थानीय भाषा में तापड़ भी कहते हैं. इस बोरी को पानी से भिगोकर गाड़े पर खुला छोड़ दिया जाता है. करीब 10 से 15 मिनट में पानी ठंडा हो जाता है. यह पानी मटकी और फ्रिज से भी ज्यादा ठंडा होता है. गांवों में फ्रिज नहीं होता है बल्कि मिट्टी की मटकी या बोतल पर बोरी लगाकर बनाया जाता है. इन्हें ही यहां देशी फ्रिज कहा जाता है. वैसे तो इसमें पूरे दिन पानी ठंडा रहता है. इस बोतल को भरते रहो और बोरी पर पानी का छिड़काव करने से पानी थोड़ी देर में ठंडा हो जाता है. यहां लोग 2 लीटर से लेकर 10 लीटर तक की बोतल को ऐसे ही ठंडा रखते हैं.