बीकानेर,प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों के लिए बेहतर शैक्षणिक वातावरण के साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देशानुसार इस दिशा में अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। इसी श्रंखला में बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने की अभिनव पहल राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा की गई है। इसके तहत पहले चरण में प्रदेश की 359 महिला शारीरिक शिक्षिकाओं को राजस्थान पुलिस अकादमी द्वारा चरणबद्ध तरीके से दस-दस दिनों का ‘रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण’ दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 1 जुलाई से शुरू होंगे और 6 सितंबर तक चलेंगे। स्टेट रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यह महिला शारीरिक शिक्षिकाएं, सरकारी स्कूलों की बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए तैयार करेंगी।
*चार चरणों में होंगे प्रशिक्षण*
परिषद द्वारा जारी पत्र के अनुसार 1 से 11 जुलाई तक बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, जोधपुर, उदयपुर और नागौर की 89, 15 से 26 जुलाई तक अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा और बीकानेर की 93, 29 जुलाई से 8 अगस्त तक बूंदी, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जयपुर, जैसलमेर और जालौर की 87 प्रतिभागियों को एवं 27 अगस्त से 6 सितंबर तक झालावाड़, झुंझुनू, करौली, कोटा, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर सिरोही और टोंक की 90 महिला शारीरिक शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।
*मापदण्डों के आधार पर होगा स्टेट रिसोर्स पर्सन का चयन*
जिला शिक्षा अधिकारी गजानंद सेवग ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश अनुसार राजस्थान पुलिस अकादमी द्वारा तय मापदंडों के आधार पर ही राज्य एवं ब्लॉक स्तरीय महिला पीटीआई का स्टेट रिसोर्स पर्सन के रूप में चयन किया जाएगा।राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों व समग्र शिक्षा अभियान के एडीपीसी को अपने जिले से नाम भिजवाने के लिए निर्देश दिए हैं।