बीकानेर,लूणकरणसर,हालही में हुए लोकसभा चुनाव में भले ही बीकानेर सीट से कांग्रेेस प्रत्याशी गोविन्दराम मेघवाल पराजित हुए लेकिन उन्होंने पिछले चुनाव की बनिस्पत इस बार मुकाबले को कड़ा कर दिया। पिछली बार की बनिस्पत भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल की जीत का अंतर साढ़े तीन लाख से घटकर 55 हजार पर आ टिका।
लोकसभा सीट बीकानेर के लिए हुए इस कड़े मुकाबले में लूणकरणसर व खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्दराम मेघवाल आगे रहे जबकि गत विधानसभा चुनाव-2023 में इन दोनों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। दोनों सीटों पर भाजपा विधायक होने के बावजूद यहां कांग्रेस प्रत्याशी का लोकसभा चुनाव में अधिक मत प्राप्त करने का कारण सीधे-सीधे पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल की घर वापसी को जाता है। वीरेन्द्र बेनीवाल का खाजूवाला व लूणकरणसर क्षेत्र में अपना अलग प्रभाव है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा बेनीवाल को टिकट नहीं दिए जाने के कारण जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने उन्हें लूणकरणसर से निर्दलीय चुनाव लड़वा दिया। नतीजन कांग्रेस में वोटों का बंटवारा होने के कारण इस सीट से भाजपा के सुमित गोदारा विधायक का चुनाव करीब 9 हजार वोटों से जीत गए। यही नहीं इसे लेकर खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी हुई, जिसका खामियाजा पार्टी के उम्मीदवार को भुगतना पड़ा और यहां से भाजपा प्रत्याशी डॉ. विश्वनाथ चुनाव 18 हजार मतों से जीत गए।
इससे उलट लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अलाकमान की समझाईश के बाद वीरेन्द्र बेनीवाल की पुनः घर वापसी हो गई। उन्हें पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व फिर से दिया गया।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बेनीवाल की कांग्रेस में घर वापसी का फायदा पार्टी के प्रत्याशी गोविन्दराम को मिला। लूणकरणसर और खाजूवाला दोनों विधानसभा क्षेत्र में बेनीवाल समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता, किसान भाई और ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्दराम मेघवाल के पक्ष में वोट दिए, नतीजन खाजूवाला से उन्हें 7 हजार 368 तथा लूणकरणसर विधानसभा सीट से 2 हजार 456 वोटों की लीड मिली।