बीकानेर, राजस्थान ललित कला अकादमी एवं कला, साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा बीकानेर की मथेरन चित्र शैली का ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर 13 से 28 जून तक राजकीय उच्च शिक्षा संस्थान (आईएएसई) में आयोजित होगा।
बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने शुक्रवार को शिविर के पोस्टर का विमोचन किया। इस मौके उन्होंने कहा कि बीकानेर की लोक कलाओं की देशभर में विशेष पहचान है। ऐसे
शिविर के माध्यम से युवाओं को बीकानेर की इस कला को सीखने के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अकादमी समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम करें।
इस दौरान मूलचंद महात्मा, डॉ. मोना सरदार डूडी, कमल किशोर जोशी, सुनील दत रंगा, कृष्ण चंद्र पुरोहित और दिनेश नाथ आदि उपस्थित थे।
राजस्थान ललित कला एकेडमी के सचिव रजनीश हर्ष ने बताया कि बीकानेर की मथेरन कला बीकानेर की बहुत पुरानी कला है। यह आज लुप्त हो रही है। इस कलात्मक धरोहर को जीवित रखने के प्रयास के तहत यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है।
शिविर के दौरान मूलचंद महात्मा द्वारा माथेरन कला की बारीकियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डॉ. डूडी शिविर समन्यवक, कमल किशोर जोशी तथा सह सयोजक सुनील दत्त रंगा होंगे।