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बीकानेर, डेंगू व मौसमी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण हासिल करने स्वास्थ्य विभाग द्वारा सघन एंटी लार्वा व जन जागरूकता गतिविधियां जारी है। जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र से एएनएम, आशा, सीएचए द्वारा घर घर जाकर मच्छर प्रजनन के सोर्स का सफाया किया जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार को कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ ओ पी चाहर स्वयं दलबल सहित शहर की गली मोहल्लों में पहुंचे और एंटी लारवा गतिविधियां संपादित की, आमजन को जागरूक किया। सुबह सवेरे जस्सूसर गेट क्षेत्र पहुंच कर नेहरू शारदा पीठ महाविद्यालय व आसपास एंटी लार्वा गतिविधियां संपादित की गई। स्वास्थ्य दल में डॉ अनिल वर्मा व एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ शामिल रहे।

*पानी की मटकियों में मिले लार्वा*
मौके पर पहुंचे स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में मौजूद डेंगू संभावित रोगियों के घरों का भ्रमण करवाया। परिजनों को उनके घर में मौजूद मच्छरों की फैक्ट्रियां दिखाई और समझाया कि क्यों बीमारियां फैलती है। अधिकांश घरों में पीने के पानी की मटकियों में ही लार्वा पाए गए। डॉ अनिल वर्मा ने आमजन को मच्छर का जीवन चक्र समझाया। मौके पर ही कुछ प्यूपा से मच्छर बनते देख आमजन को एंटी लार्वा गतिविधियों का महत्व समझ आया। एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह ने घर के सदस्यों द्वारा ही मटकियां, पक्षियों के परिंडे, कूलर, फ़्रिज ट्रे, कबाड़, टायर आदि साफ करवाए जहां पानी ठहरा रहता है। यहीं चल रहे भागवत कथा वाचन कार्यक्रम में पहुंचकर आम जन को मच्छरों व बीमारियों पर नियंत्रण की अपील की गई।

*स्काउट एंड गाइड ने किया लार्वा का सफाया*
सीएमएचओ डॉ चाहर दल सहित देवी कुंड सागर स्थित स्काउट एंड गाइड मंडल मुख्यालय पहुंचे जहां विद्यार्थियों को व्यवहारिक स्वास्थ्य शिक्षा दी गई। उन्हें डेंगू सहित विभिन्न मौसमी बीमारियों के कारण, बचाव व सावधानियों सहित नियंत्रण की जानकारी दी गई। कैडेट द्वारा पूरे परिसर में सघन एंटी लार्वा गतिविधियां की गई। श्रेष्ठ कार्य करने वाले कैडेट्स को उपहार देकर सम्मानित किया गया।

*सप्ताह भर में 14,953 घरों का सर्वे*
डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि जिले भर में एंटी लार्वा गतिविधियां की जा रहीं हैं। 114 से ज्यादा स्वास्थ्य दलों द्वारा इस सप्ताह 14,953 घरों का सर्वे किया गया। इनमें 2,189 घरों में मच्छरों के लार्वा पाए गए, कुल 26,758 साफ पेयजल पात्रों व स्थानों में टेमीफोस डलवाया गया, रूके हुए गंदे पानी के 688 स्थानों पर एमएलओ डाला गया। सर्वे के दौरान कुल 787 व्यक्ति बुखार से पीड़ित पाए गए जिन्हें रेफर कर स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच करवाई गई।

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