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बीकानेर,प्रज्ञालय संस्थान और राजस्थानी युवा लेखक संघ द्वारा साहित्यक एवं सृजनात्मक आयोजनों बाबत चार दशकों की लंबी परंपरा रही है। जिसमें हमेशा नवाचार होते रहे है। इसी कड़ी में अब नगर की समृद्ध काव्य परंपरा को नव आयाम देने के संदर्भ में काव्य विधा पर केन्द्रित मासिक श्रृंखला ‘काव्य रंगत-शब्द संगत’ का आयोजन प्रारंभ किया जा रहा है।

कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार एवं राजस्थानी मान्यता आंदोलन के प्रवर्तक कमल रंगा ने बताया कि भाषायी भाईचारे एवं समन्वय के साथ नगर की हिन्दी, उर्दू और राजस्थानी काव्य धारा को नए आयाम एवं नव ऊंचाईयां मिले। इसी सकारात्मक नव पहल के तहत मई 2024 से उक्त प्रयोजन हेतु आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम के समन्वयक वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं कवि संजय सांखला ने बताया कि इस माह का आयोजन आगामी 25 मई 2024 वार शनिवार को सांय 6 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में रखा गया है। इस प्रथम आयोजन में धरती, जमीन, पृथ्वी, को केन्द्र में लेकर रखा गया है। इसी को लेकर कवि शायर अपनी नव रचना का वाचन करेंगे।
कार्यक्रम प्रभारी युवा कवि गिरिराज पारीक ने बताया कि कविता विधा पर आधारित इस नव पहल के नव कार्यक्रम जिसके तहत इस बार पूरे वर्ष भर प्रकृति पर केन्द्रित प्रकृति के विभिन्न आयामों को लेकर हिन्दी, उर्दू और राजस्थानी भाषा में प्रति माह नई कविता के साथ कवि-शायर वाचन करेंगे।

*संवाद प्रेषक*
*गिरिराज पारीक, संजय सांखला*

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