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बीकानेर, ग्रीष्मकालीन छुट्टीयों के समय का सही उपयोग अभिरुचि शिविरों में भाग लेकर कुछ नया सिखने का अवसर होता है।इन शिविरों के माध्यम से ही शहर की नई नई प्रतिभाएं उभर कर सामने आती हैं।यह उदगार आज सोना संगीत शिक्षण संस्थान के 26 वें शिविर शुभारम्भ पर मुख्य अतिथि डॉ पुष्पा शर्मा ने व्यक्त किए।

इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ प्रेस छायाकार बी जी बिस्सा ने कहा कि इन शिविरों में नन्हे मुन्ने बच्चों में जो संस्कार निर्माण करने का यह कार्य सयोना शिक्षण संस्थान द्वारा किया जा रहा है वह आज के युग में अति आवश्यक है।एक ओर जहां बच्चे खेल कूद से दूर हों रहें हैं और मोबाइल संस्कृति में जा रहे हैं उस पर लगाम लगाने में ऐसे शिविरो का लगाया जाना अच्छी बात है।
इस अवसर पर शिविर संयोजक राज कुमारी व्यास ने बताया कि इस शिविर में बच्चों को श्लोक,हैंड राइटिंग, पेंटिंग,, मेहंदी, सेल्फ वयूटीशियन,कुकीग, आर्ट एंड क्राफ्ट ,योगा, बैलेंसिंग गेम ओर नृत्य का प्रशिक्षण दिया जाएगा।जो आने वाले समय में इन बच्चों के लिए बहुउपयोगी होगा।
समारोह में संस्थान के गणेश व्यास ने संस्थान के अब-तक सफर के बारे में जानकारी दी।
इससे पूर्व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती का पूजन कर दीपक प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई।

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