बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार ने सभी डीन डायरेक्टर्स की बैठक लेते हुए विश्वविद्यालय में ई-फाइलिंग व्यवस्था प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के स्तर से ई-फाइलिंग व्यवस्था लागू करने के निर्देश हैं लिहाजा विश्वविद्यालय में इसे लागू किया जाए। प्रारंभिक प्रशिक्षण पीएमयू को दिया जाएगा।
इससे पूर्व सीआईएमसीए प्रभारी एवं प्रोफेसर सुजीत कुमार यादव ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट और ई-फाइलिंग प्रणाली की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में इस बात पर भी सहमति हुई कि विश्वविद्यालय के लिए अलग-अलग इकाइयों के लिए अलग-अलग वेबसाइट के बजाय एक ही व्यापक वेबसाइट हो । कुलपति डॉ अरुण कुमार ने इस एकीकृत वेबसाइट को नियमित रूप से अद्यतन करने के निर्देश सिमका प्रभारी को दिए । साथ ही सभी डीन, डायरेक्टर्स और सभी यूनिट प्रभारियों को अपनी-अपनी इकाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी 30 मई तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में ये भी निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, वैज्ञानिकों और अधिकारियों के लिए संस्थागत ईमेल आईडी बनाई जाए। इससे विश्वविद्यालय के नाम के साथ अनुसंधान साझा करने तथा विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सुविधा होगी।बैठक में कुलपति ने विश्वविद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों के सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए, वार्षिक रखरखाव अनुबंध (एएमसी) की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
निर्बाध इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए सभी डीन, डायरेक्टर्स को इकाइयों में मॉडेम स्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए। बैठक में सशुल्क आवासीय इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाने की मॉडेलिटी निर्धारित करने के निर्देश दिए गए। आखिर में कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि शोध पत्र अनुसंधान निदेशक की अनुमति से ही प्रकाशित किए जाने चाहिए, जो इन प्रकाशनों के रिकॉर्ड रखने के लिए भी जिम्मेदार होंगे। बैठक में कुलपति समेत सभी डीन,डायरेक्टर्स उपस्थित रहे।