बीकानेर,संभाग के सबसे बड़े पीबीएम हॉस्पिटल में बिजली का खर्च कम करने के लिए सूर्य की रोशनी से बिजली मिलेगी। पीबीएम अस्पताल ने सोलर एनर्जी को अपना लिया है। हॉस्पिटल के 9 भवनों पर सोलर पैनल लगाकर सप्लाई शुरू कर दी गई हैं। सोलर एनर्जी से पीबीएम हॉस्पिटल को हर महीने 7.50 लाख से अधिक की बचत होने लगी है।
पीबीएम हॉस्पिटल के अधीक्षक पी के सैनी ने बताया की पीबीएम ने सिर्फ अपनी छत दी है क्यों कि छत बेकार पड़ी थी कोई काम नहीं आ रही थी इस वजह से सोलर कंपनी को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज और नोयडा की ओरियाना पावर लिमिटेड की फर्म पावर डेल एसपीवी प्राइवेट लिमिटेड के बीच 20 साल तक सोलर एनर्जी देने का एमओयू हुआ था। इसके तहत कंपनी कॉलेज और पीबीएम हॉस्पिटल की विभित्र 20 बिल्डिंगों की छतों पर सोलर पैनल लगा रही है। अब तक 15 जगह पैनल लगकर चार्जिंग मोड पर आ गए हैं। पांच भवनों पर काम चल रहा है। कॉलेज और हॉस्पिटल को 20 साल तक 4.05 रुपए में बिजली मिलेगी। इससे बिजली का खर्च 40 से 60 प्रतिशत कम हो जाएगा। इससे पहले
पीबीएम को डिस्कॉम से 8.05 रुपए के प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिल रही थी।
पीबीएम के भवनों पर 3.2 मेगावाट के सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। इसमें से 2400 किलोवाट चार्जिंग मोड पर आ चुके हैं। 800 केवी के प्रोसेस में हैं। सभी पैनल चार्जिंग में आने के बाद बिजली का बिल आधा हो जाएगा। 20 साल तक कंपनी ही इसकी मेंटीनेंस करेगी।