बीकानेर नयाशहर थाना क्षेत्र में सप्ताहभर पहले एक घर में हुई करीब एक करोड़ की चोरी की वारदात का शक पारदी गैंग पर गहरा रहा है। पुलिस के पारदी गैंग के वारदात करने संबंधी कई महत्त्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पारदी गैंग की ओर से दूसरे जिलों में की गई वारदात और यह वारदात समान है, जिससे यह पुख्ता हो गया है कि वारदात “पारदी गैंग ने ही की है। अब तक पुलिस जांच में यह साफ हो गया है कि पारदी गैंग अंधेर पक्ष में ही वारदात करती हैं। बीकानेर में भी अंधेर पक्ष में वारदात की गई। पारदी गैंग अंधेर पक्ष में वारदात कर चली गई और पुलिस अभी तक अंधेरे में हाथ-पैर मार रही हैं।
समूह में आते, वारदात कर अलग-अलग हो जाते
पुलिस अधिकारी के मुताबिक पारदी गैंग वारदात करने से पहले शहर में रैकी करने आती है। वह गुब्बारे बेचने, गली-मोहल्लों में दीवार घड़ी, चाइना पंप व इमरजेंसी लाइट बेचने के बहाने आते हैं। शहरभर में रैकी कर वापस चले जाते हैं। इसके बाद गैंग का एक सदस्य शहर में रुक कर पूरी योजना तैयार करता है। रैंकी करने के सप्ताहभर के भीतर वारदात करता है। पारदी गैंग वारदात करने के बाद माल व नकदी संभवता गैंग में शामिल महिला को सुपुर्द कर दो दो सदस्य अलग-अलग हो जाते हैं। करीब एक महीने बाद वापस मिलते हैं। पुलिस की पकड़ में आते हैं तब तक यह चोरी का अधिकांश माल खर्च कर देते हैं। पुलिस की अपील, इन पर रखे विशेष निगरानी
बावरिया, पारदी गैंग व मोग्य यह बड़ी गैंग है जो बड़ी वारदातें करती है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आसपास खानाबदोश तरह से रहने वालों पर संबंधित थाना पुलिस विशेष निगरानी रखें। यह लोग समूह में होते हैं। शहरभर की रैकी कर मकान व दुकानों को चिन्हित करते हैं। इसके बाद किस मकान या दुकान में वारदात करनी है यह सब मिलकर तय करते हैं।
मध्यप्रदेश पुलिस के संपर्क में हैं, टीमें भी जाएगी
अब तक की जांच में वारदात में पारंगी होना प्रमाणित हुआ है। पुलिस टीमें साक्ष्य-सबूत जुटा रही है। दूसरी जगह की गई वारदातों के संबंध में जानकारी ले रहे हैं। पारदी गैंग के होने से एक-दो दिन में मध्यप्रदेश के गुना आदि जगह पर पुलिस टीमें भेजी जाएगी। पुलिस चोरों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।
शैलेन्द्रसिंह इंदौलिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (आईपीएस)