बीकानेर,जिले के खारड़ा गांव में गणगौर पर्व शुक्रवार को पूर्ण धार्मिक श्रद्धा व उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गांव के विभिन्न मुख्य मार्गों से गणगौर व ईशर की शोभा यात्रा निकाली गई। गांव में घर-घर गणगौर की पूजा-अर्चना की गई व महिलाओं ने मंगल गीत गाए। श्रद्धालुओं ने गणगौर व ईशर की शोभा यात्रा के दर्शन किये। गणगौर व ईशर की सवारी ढोल नगाड़ों के साथ मुख्य मार्गों से होती हुई कुएं पर आयोजित कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। यहां पूजा अर्चना की गई व तत्पश्चात विसर्जन किया गया। गणगौर मेला स्थल पर महिलाऐं सज-धज कर मंगल गीत गाती पहुंची व पूजा-अर्चना की। केदारमल सारस्वत बजरंगलाल सारस्वत चिरणाराम सारस्वत नेमीचंद सारस्वत महेंद्र सारस्वत राजू सारस्वत नवरंग सारस्वत लिखमाराम भगवानारम सारस्वत मालचंद सारस्वत दामोदर सारस्वत बलदेव सारस्वत राजू सारस्वत रामदेव सारस्वत सुभाष मोट अनिल सारस्वत अमित सारस्वत रामसरूप सारस्वत भेरू सारस्वत अंतू सारस्वत जगनाथ राम सारस्वत गंगाधर सारस्वत दामोदर सारस्वत हरिकिशन सारस्वत
मालूम हो कि गणगौर महोत्सव हिंदू समाज का प्रमुख त्योहार है यह मुख्य रूप से राजस्थान में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। गणगौर का अर्थ है गण यानी भगवान शिव एवं गौर अर्थात मां पार्वती। इस दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा की जाती है। इस अवसर पर गांव के बूढ़े बुजुर्ग ,युवा शक्ति,महिलाए सहित सभी ने भाग लिया