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बीकानेर,जयपुर,मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने आज दिल्ली में आयोजित एक चर्चा कार्यक्रम में निम्स विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल के रूप में सहभागिता निभाई और तज़ाकिस्तान के राजदूत श्री लुकमोन बोबोकालोनज़ोडा

एवं आईकेएस प्रभाग शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के राजदूत मनप्रीत सिंह से शिष्टाचार भेंटवार्ता की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रो. सिंह ने भारत में उच्च शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण और इससे जुड़े वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की और अपने सुझाव प्रस्तुत किए। दोनों के मध्य राजस्थान में अंतराष्ट्रीय शैक्षिक आदान-प्रदान, नवाचार, वैश्विक शोध और अनुसन्धान के नवीन अवसरों को लेकर व्यापक चर्चा हुई। दो देशों के उच्च शिक्षा को लेकर द्विपक्षी से संबंधों को गति देने की दिशा में यह चर्चा महत्वपूर्ण रही।

चर्चा के दौरान प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने कहा की उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण देशों के बीच मजबूत अंतर्संबंधों के विकास और पारस्परिक निर्भरता एवं बढ़ते आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक एकीकरण को बढ़ावा देता है। देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के अनुरूप भविष्य में भारत की उन्नति और शैक्षणिक विकास के लिए उच्च शिक्षा का अंतराष्ट्रीयकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक हैं। इससे न केवल शिक्षा के स्तर में सुधार होगा बल्कि वैश्विक संदर्भ में विद्यार्थी भी सशक्त होंगे और उच्च शिक्षा के अंतराष्ट्रीय मंच पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। अंतराष्ट्रीयकरण से भारतीय विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शिक्षा सुलभ होगी और अनुसंधान के असीमित अवसर प्राप्त होंगे जिससे उन्हें अन्य देशों के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सामजिक अंतर को पाटने में मदद मिलेगी। इससे विद्यार्थियों को नए विचारों से अवगत होने और देश की संभावित सांस्कृतिक क्षमता को बढ़ाने के नए अवसर प्राप्त होंगे।

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