बीकानेर,संस्कृति मंत्रालय,भारत-सरकार के सहयोग से जम्मु एवं कश्मीर अभिलेखागार द्वारा नेशनल कमेटी ऑफ आर्किविस्ट के 47वें अधिवेशन (राष्ट्रीय बैठक) का आयोजन श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर कन्वेंशन हॉल में आयोजित किया गया। इस अधिवेशन में भारत के विभिन्न राज्यों के निदेशक एवं अधिकारीगणों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटाइजेशन में एकरूपता, अभिलेखों का परिरक्षण एवं संरक्षण, शोधार्थी को उनकी उपलब्धता, सम्पूूर्ण भारत का एक ही वेब पोर्टल, सभी अभिलेखीय दस्तावेजों का रेफरेंस मीडिया निर्माण, रिकार्ड ऑनलाईन देखने के लिये शुल्क प्रावधान का नहीं होना, अभिलेखीय प्रदर्शनी का आयोजन, शोधार्थियों को शोध हेतु छात्रवती (प्रोत्साहन राशि) देयता आदि महत्वपूर्ण विषयों पर राष्ट्रीय स्तर पर मंथन हुआ।
”अभिलेखागार के डिजिटल शोध अभिलेखों को नि:शुल्क देखने संबंधी प्रक्रिया के लिये लाई जायेगी नई नीति” – डॉ. नितिन गोयल
इस बैठक में राजस्थान राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉ. नितिन गोयल व सहायक निदेशक श्री रामेश्वर बैरवा ने राजस्थान का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया। बैठक महानिदेशक श्री अरूण सिंगल, भारत-सरकार, श्री ललित गुप्ता, जम्मु-कश्मीर सरकार, श्री राजकुमार कटोच, निदेशक जम्मु-कश्मीेर अभिलेखागार, डॉ. महेन्द्र खड़गावत, निदेशक, एस.आई.पी.एफ. जयपुर की उपस्थिति में बैठक का उद्घाटन हुआ। दिल्ली, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल, कश्मीर, गुजरात, नागालैण्ड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, गोआ आदि राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।