बीकानेर,बीकानेर की रियास्तकालीन परंपरा का निर्वहन करते हुए शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज कल 16 मार्च 2024 फाल्गुन सुदी सप्तमी(खेलनी सातम) पर माता रानी नागणेची के चरणों में इत्र गुलाल अर्पित कर भजन गाकर माता रानी से होली खेलने की अनुमति प्राप्त करेगा
नितिन वत्सस ने बताया की इस दिन शाकद्विपीय समाज के महिला पुरुष शाम के समय नए वस्त्र पहनकर माता रानी नागणेची मंदिर प्रांगण में इकट्ठा होंगे और माता रानी के चरणों में भजन प्रस्तुत करते है और इसके बाद आरती के समय रात्रि 8 बजे माता रानी को इत्र गुलाल अर्पित की जाएगी और बीकानेर शहर में होली महोत्सव की शुरआत की अरदास की जाएगी और फिर गुलाल उछालकर बीकानेर में होलका का आगाज किया जाएगा इसके बाद होली दहन तक शहर में मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध रहेगा और रम्मतो का दौर शुरू होगा
माता रानी को विशेष श्रृंगार किया जायेगा
नितिन वत्सस ने बताया की इस दिन समाज विभिन्न स्थानों पर सामूहिक भोग का आयोजन करता है जिसमे श्यामोजी वंशज मूंधाड़ा प्रन्यास भवन, हसावतो की तलाई, नाथ सागर स्थित सूर्य भवन, डागा चोक स्थित शिव शक्ति भवन, जसोल्लई स्थित जनेश्वर भवन में प्रसाद का आयोजन होगा
वत्सस ने बताया की इस दिन रात्रि को नागणेची मंदिर से निकलकर समाज के बुजुर्ग और युवा देर रात्रि को शहर में होली की पहली गेर लेकर आते है जो की गोगागेट से शहर में प्रवेश करते हुए बागड़ी मोहल्ला, भुजिया बाजार , चाय पट्टी, बैदो का बाजार नाईयो की गली, मरूनायक चोक, चोधरियो की घाटी होते हुए मूंधाड़ा सेवागो के चोक में संपन होगी
इस रियासत कालीन परंपरा का निर्वहन सफल तरीके से संपन्न करने के लिए समाज के व्यक्ति बड़े पैमाने पर तैयारियो में लगे है जिनमे राजा सेवग, अजय कुमार शर्मा, पुरषोत्तम सेवक, सुशील सेवग, दीनानाथ सेवग, शिवचंद भोजक, बलदेव प्रसाद सेवग, संजय शर्मा मनु भाईजी, नीरज शर्मा,प्रणव भोजक उमेश भोजक, सीताराम सेवग, राधेश्याम सेवग, अरुण शर्मा , गुड्डा सेवग, रामजी सेवग, विष्णु सेवग कमल कुमार राजेंद्र शर्मा अपने अपने साथियों सहित तैयारियो में जुटे है